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कला संस्कृति पर कुठाराघात है खूँटी में बलात्कार की घटना, भागलपुर में हुई प्रतिरोध सभा

नव-बिहार समाचार, भागलपुर : कला संस्कृति किसी भी समाज की रीढ़ होती है और पिछले दिनों झारखण्ड के खूँटी में नुक्कड़ नाटक कर रहीं पाँच युवती कलाकारों के साथ जो दुष्कर्म की घटना हुई, यह कला संस्कृति के ऊपर कुठाराघात है। हमें आधी आबादी कहा जाता है और हमारे साथ चल रही आधी आबादी से हीं कब तक प्रताड़ित होते रहेंगे। उक्त बातें खूँटी में हुए दुष्कर्म के विरोध में सैंडिस कम्पाउंड के बोधी ट्री योग हेल्थ सेंटर के प्रांगण में कृष्णा कलायन कला केंद्र की अगुआई में आयोजित प्रतिरोध सभा में केंद्र की निदेशिका स्वेता सुमन ने कही।

वहीं सभा को संबोधित करते हुए बिहार बंगाली एसोसिएसन के अध्यक्ष तरुण घोष ने कहा कि अगर ऐसी घटना होती रही तो लड़कियों का इस विधा में आना बंद हो जायेगा। घटना की निंदा करते हुए कुमार क्विज के डायरेक्टर कुमार गौरव ने कहा कि आज के समय में हम केवल लड़कियों को ही घटना के लिए जिम्मेदार ठहरा देते हैं, जो बिलकुल भी गलत है। जिस प्रकार हम बेटियों के हर कदम पर नजर रखते हैं, उसी प्रकार बेटों के भी हर कदम पर नजर रखें।

बोधी ट्री के सुनील कुमार सिन्हा ने कहा कि इसके लिये सख्त कानून बने एवं उसका सख्ती से पालन हो साथ ही समाज ऐसे व्यक्ति का बहिष्कार करे। वहीं फतेह हेल्प सोसायटी की शबाना दाऊद ने कहा कि इस्लामिक देशों में ऐसी घटनाएं कम होतीं है कारण कि वहां का कानून काफी कड़ा है। रेप जैसी घटना पर अंग काट दिए जाएं तो यह कुकर्म खुद ब खुद कम हो जाएंगी।

मौके पर हरीश सिन्हा समाजसेवी स्वेता सिंह, छाया पांडेय, बोधि ट्री से सुनील कु सिन्हा, सक्षम फाउंडेसन से संगीता तिवारी, बोधि ट्री से नीली वर्मा ,श्री राम चन्दन, दीपक मंडल, फाउंडेसन से अंकित मिश्रा वंशी ध्वनि से कवीन्द्र मिश्रा, राजकुमार, उदय सहित अंकित तुसार, बॉन सिंह, वीरेंद्र सिंह मनोज, गोविन्द अग्रवाल, अशोक सरकार, कपिलदेव रंग, शांतनु गांगुली सहित दर्जनों सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठनों के सदस्यों ने एक साथ विरोध दर्ज किया ।

'बेख़ौफ़ आजाद जीना है हमें' नामक पेपर पर विरोध के लिए हस्ताक्षर अभियान में सैकड़ों लोगों से हस्ताक्षर किया । सूफी गायक चेतन चौबे के घटना से सम्बंधित सांकेतिक गीत से कार्यक्रम की समाप्ति हुई।

भागलपुर से कुमार गौरव की विशेष रिपोर्ट