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एनएसएस: ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स के लिए गया पहुंचे 13 कार्यक्रम पदाधिकारी

एनएसएस:  ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स के लिए गया पहुंचे 13 कार्यक्रम पदाधिकारी
राजेश कानोडिया/ नव-बिहार समाचार, भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय भागलपुर के अधीन संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना की 30 इकाइयों में से 13 इकाइयों के कार्यक्रम पदाधिकारीयों को आपदा प्रबंधन एवं बचाव संबंधी ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स के लिए गया स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय साउथ बिहार भागलपुर वि वि एनएसएस की ओर से भेजा गया है। ज्ञात हो कि यह प्रशिक्षण दिनांक 29 अप्रैल से 3 मई तक चलेगा जो भारत सरकार के नेशनल इंस्टीट्यूट आफ डिजास्टर मैनेजमेंट दिल्ली द्वारा प्रायोजित है। 
राष्ट्रीय सेवा योजना तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक डॉक्टर राहुल कुमार ने कहा कि आपदा प्रबंधन राष्ट्रीय सेवा योजना के विषयों में से एक प्रमुख विषय है। ऐसे में हमारे कार्यक्रम पदाधिकारी का प्रशिक्षित होना आवश्यक है, ताकि वह स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित कर सकें। इसी कड़ी में पहल करते हुए कार्यक्रम पदाधिकारी को प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है। इस प्रशिक्षण में टीएनबी कॉलेज के डा चंदन कुमार, मारवाड़ी कॉलेज के बासुकी कुमार, एसएम कॉलेज के डॉक्टर हिमांशु शेखर, मुरारका कॉलेज सुल्तानगंज के डा राजीव रंजन, एस एस वी कॉलेज कहलगांव के डॉ उमाशंकर एवं डॉ अजय, जीबी कॉलेज नवगछिया के डॉ उषा शर्मा, अर्जुन कॉलेज ऑफ़ एजूकेशन के श्रीमती सरिता कुमारी, महादेव सिंह कॉलेज के डॉ अशोक कुमार पाण्डेय, टी एन बी लॉ कॉलेज के डा धर्मेंद्र कुमार, पी बी एस कॉलेज बांका के डा राजेंद्र कुमार, पी बी टी टी महाविद्यालय के डा शैलेश मिश्रा, एवम  तारर कॉलेज के वरूण तांती शामिल हैं। 
समन्वयक डॉ राहुल ने यह भी बताया कि वर्तमान में तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय भागलपुर में माननीय कुलपति महोदय प्रो (डा) जवाहर लाल के नेतृत्व में डिजास्टर रिस्क रिडक्शन के कोर्स को संचालित करने की कार्य योजना बना रहा है। ऐसे में ये कार्यक्रम पदाधिकारी रिसोर्स पर्सन के रूप में भी काम आ सकते हैं। जो विश्वविद्यालय के लिए एक  एसेट के रूप में साबित होगा। डा राहुल ने इस बात पर दुख जाहिर किया कि इस प्रशिक्षण के लिए सभी कार्यक्रम पदाधिकारी से अनुरोध किया गया था। लेकिन, बहुत कम संख्या में कार्यक्रम पदाधिकारी वहां पहुंचे हैं। हालांकि यह किसी भी विश्वविद्यालय द्वारा भेजा गया सर्वाधिक संख्या है क्योंकि कुल प्रशिक्षु की संख्या 60 है।