ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

मिशाल: घर में शौचालय बनाने को रुनकी देवी ने बेच डाला मंगलसूत्र और कान की बालियां

नव-बिहार न्यूज नेटवर्क: यह तो सर्व विदित ही है कि महिलाओं के लिए उनका मंगलसूत्र काफी मायने रखता है. लेकिन
बिहार की राजधानी पटना से लगभग 30 किलोमीटर दूर फतुहा के मोमिनपुर पंचायत में वरुणा गांव की रुनकी देवी ने घर में  शौचालय निर्माण के लिए अपना मंगलसूत्र और कनबाली (कान की बालियां) को बेच कर एक मिशाल कायम कर दिया.
दलित परिवार की रुनकी देवी को इस काम के लिए पति रामस्वरूप पासवान का बहुत विरोध झेलना पड़ा. पति ने 10 दिनों तक उनसे बात तक नहीं की लेकिन शौचालय का महत्व समझने के बाद आज वो खुश हैं.
रुनकी देवी के अनुसार घर में शौचालय नहीं होने से उन्हें और घर की बहू-बेटियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. शौच के लिए अंधेरे का इंतजार करना पड़ता था. बरसात के दिनों में पानी में घुसकर शौच के लिए जाना पड़ता था.
रुनकी देवी के अनुसार एक दिन जीविका दीदी उनके गांव आई थी और उन्हें शौच (पेशाब) लग गया. लिहाजा उनको लेकर वो घर आ गई लेकिन घर में शौचालय नहीं होने के कारण बगल के घर में ले जाना पड़ा. इस बात से उन्हें काफी शर्म आई और फिर घर में शौचालय का निर्माण कराने की ठान ली.
इस संबंध में सबसे पहले रुनकी देवी ने पति रामस्वरुप से बात की लेकिन उन्होंने कहा कि पैसे नहीं है.  लेकिन घर में शौचालय निर्माण को लेकर अडिग रुनकी देवी फतुहा बाजार चली गई और मंगलसूत्र और कनबाली बेच दिया.
मंगलसूत्र और कनबाली बेच कर उन्हें 14 हजार के करीब रुपये मिले और उधर से ही ईंट, बालू और दूसरा सामान लेकर वह घर पहुंच गईं. इस बात से पति रामस्वरुप पासवान काफी नाराज हुए. उन्होंने कहा कि मंगलसूत्र बेचकर तुमने मुझे जीते जी मार दिया. हालांकि ससुर परशुराम पासवान ने उनका समर्थन किया.
रुनकी देवी के ससुर परशुराम पासवान के अनुसार बहू ने मंगलसूत्र बेच दिया तो घर से निकाल तो नहीं देंगे. बहू ने खुद ही शौचालय बनाने का फैसला किया है. लेकिन अब अच्छा लग रहा है क्योंकि घर की बहू और बेटी को बाहर नहीं जाना पड़ता है.
वरुणा गांव की आबादी लगभग 2 हजार है लेकिन आधे से ज्यादा घरों में अभी शौचालय नहीं है. रुनकी देवी की इस पहल से बाद गांव का माहौल बदलने लगा है और लोगों ने अपने घरों में शौचालय का निर्माण करवाना शुरू कर दिया है.
राजधानी पटना के फतुहा के एक छोटे से गांव की रहने वाली रुनकी देवी ने सुहाग की निशानी मंगलसूत्र और शादी के जेवर बेचकर शौचालय का निर्माण कराकर समाज के समक्ष एक नायाब उदाहरण पेश किया है. रुनकी देवी के इस साहसिक फैसले से प्रभावित होकर जिला प्रशासन ने रुनकी देवी को संपूर्ण स्वच्छता अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाने का भी निर्णय लिया है.