चक्रवाती तूफान फेलिन के कारण ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों
को खाली करा लिया गया है। चार लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों
पर पहुंचा दिया गया है। रात आठ बजे के बाद से जब तेज हवायें चलेंगी। पेड़
उखड़ जायेंगे, मकान ढह जायेंगे, पानी के सामने अगर कोई ट्रक, बस या कार
आयी, तो वह आसमान में गोते लगाते दिखाई देगी। जी हां ऐसी ही आशंका व्यक्त
की है मौसम वैज्ञानिकों ने। इन सबसे अधिक जो सबसे बड़ा नुकसान होगा वो है
हजारों किसानों के पेट पर लात।
जिस तीव्रता के साथ फेलिन ने दस्तक दी है, अगर वो उसी तीव्रता से आगे बढ़ा
तो ओडिशा और आंध्र प्रदेश के हजारों किसानों के पेट पर लात मारेगा। यह
संख्या लाख तक भी पहुंच सकती है, क्योंकि यह फेलिन अपने साथ लायेगा
समुद्र का पानी और तटीय इलाकों से 600 मीटर अंदर तक घुसेगा। एक किलोमीटर
आगे भी आ सकता है। पानी अपने साथ नमक लेकर आयेगा और यह नमक सामने आने वाली
उपजाऊ जमीन को बर्बाद कर देगा। यानी उस मिट्टी में फिर से फसल उगाना बेहद
मुश्किल होगा।
देखें फेलिन के आतंक की तस्वीरें
मौसम विभाग ने व्यक्त की आशंका है कि तूफान के दोनों राज्यों के तट से
शनिवार शाम तक टकराने की आशंका है। तूफान में हवाओं की गति 220 किलोमीटर
प्रतिघंटा होने की आशंका है, जो भारी तबाही का कारण बन सकता है।
दोनों राज्यों के तटीय इलाकों में तूफान के पहले भारी वर्षा हो रही है और
तेज हवाएं चल रही हैं। ओडिशा और तटीय आंध्र के लिए चेतावनी जारी करते हुए
भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि फेलिन गोपालपुर से 260 किलोमीटर दक्षिण
पूर्व और पारादीप से 300 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में स्थित है।
विभाग ने कहा कि यह तूफान उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और इसके
कलिंगपट्टनम और पारादीप के बीच आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट को शाम तक पार
करने की आशंका है। इस तूफान में हवा की गति 210-240 किलोमीटर प्रति घंटा
होने की आशंका है। आईएमडी के अधिकारियों का कहना है कि यह काफी बड़ा तूफान
है और रात्रि आठ बजे के आस-पास तट को हिट करेगा। यह तूफान करीब छह घंटे तक
प्रभावी रहेगा।
राजधानी भुवनेश्वर के बीजू पटनायक हवाईअड्डे के आंधी और बारिश से प्रभावित
होने की आशंका को देखते हुए पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में 10 हेलीकॉप्टर
राहत सामग्री ले जाने के लिए तैयार रखे गए हैं। थलसेना, नौसेना और वायुसेना
को राहत और बचाव कार्यो के लिए सतर्क कर दिया गया है। रेलवे ने तटीय आंध्र
की सभी रेल सेवाओं को रद्द कर दिया है। आंध्र और ओडिशा के बीच भी सेवाएं
रद्द कर दी गई हैं। विशाखापट्टनम और भुवनेश्वर के बीच हवाई सेवा भी रोक दी
गई है।