नवगछिया के एक दर्जन से अधिक मजदूर फंसे पड़े हैं तमिलनाडु के कोयंबटूर में
नव-बिहार समाचार, नवगछिया। अनुमंडल के इस्माइलपुर और तिनटंगा करारी गांव के एक दर्जन मजदूर तमिलनाडू के कोयंबटूर के जंगल में फंस गए हैं। जो वहां काम करने गए थे। लेकिन इन दिनों हो रही कथित परेशानी से बचने को लेकर ट्रेनों में भारी भीड़ की वजह से ये सभी बस द्वारा पटना तक निकलना चाह रहे थे। पटना आने वाले सौ से अधिक मजदूरों की तरह ये लोग भी बस का मुंहमांगा किराया दे कर कोयंबटूर में सवार हुए। बस सोमवार की आधी रात को खुली भी। जो महज चालीस किलोमीटर दूर सुनसान जंगली इलाके में यह कहते हुए रोक दी गई कि एक ड्राइवर और आ रहा है। इसके बाद सभी मजदूरों से फिर वसूली की गई और रात भर बस वहीं खड़ी रह गई।
ये पूरी वारदात बस से अपने घर वापस आने के लिए तिनटंगा करारी गांव के सिंटू कुमार और धीरज कुमार ने मोबाइल पर बताई। जिनके साथ नवगछिया अनुमंडल के पंद्रह लोगों सहित खगड़िया, मुंगेर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, सिवान, छपरा और पटना के सवा सौ से अधिक मजदूर हैं। सभी आधी रात से मंगलवार की सुबह तक वहीं फंसे हुए हैं। सिंटू कुमार ने बताया कि बस वाले सभी को पटना पहुंचाने को लेकर चार से पांच हजार प्रति व्यक्ति वसूल कर भी जंगल में ही TN59CJ 8838 नंबर की बस को भी छोड़ लापता हो गए हैं। कभी कभी दूर से ट्रेन की आवाज सुनाई पड़ती है।
वहीं सिंटू के स्थानीय परिजनों ने मामले की जानकारी हेल्प लाइन नंबर पर भी दी, लेकिन कोई लाभ नहीं मिला। इसके बाद क्षेत्र के कई अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों को भी मामले की जानकारी देकर फंसे लोगों को वहां के जंगली इलाके से सुरक्षित निकलवाने की गुहार लगाई है। वहीं जिला पार्षद विपिन मंडल ने भी नवगछिया एसपी और भागलपुर डीएम को इसकी जानकारी दी है।