नव-बिहार समाचार, भागलपुर। इस बार शारदीय नवरात्र आज बुधवार से शुरू हो रहा है। इस बार मां दुर्गा का आगमन नाव पर हो रहा है और हाथी पर मां की विदाई होगी। भागलपुर के लोग दुर्गा पूजा की तैयारी में एक माह पहले से जुट गये हैं। भागलपुर शहर के अलावा नवगछिया, नगरह, साहू परवत्ता, तेतरी, भ्रमरपुर, गोपालपुर, ध्रुवगंज, रंगरा इत्यादि के मंदिरों व पूजा पंडालों के साथ साथ अधिकांश घरों में भी कलश स्थापित किया जाता है।
दुर्गा पूजा महासमिति के कार्यकारी अध्यक्ष चिरंजीवी यादव धुरी ने कहा कि शहर में लगभग 10 हजार घरों में कलश स्थापित होता है। नगरह मंदिर के पंडित शिव शंकर ठाकुर ने बताया कि बुधवार को चित्रा नक्षत्र व बैद्धति योग शुरू होने के कारण पूरे दिन कलश स्थापना कर सकते हैं। पूजा के लिए अति शुभ मुहुर्त दिन के 11.36 से 12.24 बजे तक है।
कलश स्थापना के लिए सामग्री
लाल रंग का आसन्न, मिट्टी का पात्र, जौ, कलश के नीचे रखने के लिए मिट्टी, कलश, मौली, लौंग, इलायची, कपूर, रोली, साबुत सुपारी, चावल, अशोक या आम के पांच पत्ते, नारियल, सिंदूर, फल-फूल, माता का शृंगार और फूलों की माला।
कैसे करें कलश की स्थापना
पंडित शिव शंकर ठाकुर ने बताया कि कलश स्थापित करने से पहले शुद्ध भूमि पर मिट्टी रखकर पहले पूजा करें। मिट्टी पूजन के बाद जौ डालें फिर कलश स्थापित करें। कलश पर स्वस्तिक बनाकर कलश में मौली लपेट दें। फिर कलश में जल, द्रव्य, पंचामृत, सर्वा औषधी, सप्तमृतिका, दुर्बा, सुपारी, पल्लव लगाकर पात्र में रख दें। फिर नारियल को लाल कपड़ा से लपेट कर बैठा दें। फिर मनो जुती मंत्र से प्रतिष्ठा करें।
शाम में 7.30 बजे आरती
शहर के विभिन्न दुर्गा मंदिरों में कलश स्थापन के साथ ही दुर्गा पाठ शुरू हो जायेगा। मानिकपुर दुर्गा पूजा समिति के महामंत्री हरिशंकर सहाय ने कहा कि यहां बुधवार को पहली पूजा से ही धाराप्रवाह 24 घंटे दुर्गा पाठ का आयोजन होगा। मारवाड़ी पाठशाला, कचहरी चौक, कालीबाड़ी, दुर्गा बाड़ी आदि मंदिरों में भी सुबह से ही पूजा शुरू हो जायेगी। यहां शाम 7.30 बजे से मां दुर्गा की आरती होगी।