ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

DM बक्सर ने सुसाइड नोट छोड़ा था होटल लीला पैलेस में


पटना : गाजियाबाद में ट्रेन के नीचे आत्महत्या करने वाले बक्सर के जिलाधिकारी मुकेश पांडेय की लाश गाजियाबाद रेल पुलिस ने बरामद कर ली है. पांडेय 2012 बैच के IAS अफसर थे. बिहार के ही रहनेवाले हैं.
आत्महत्या के पहले मुकेश पांडेय ने अपना सुसाइड नोट नई दिल्ली के चाणक्यपुरी में स्थित 7 स्टार होटल लीला के कमरा संख्या 742 में छोड़ा था. बाद में वे अपना मोबाइल जनकपुरी इलाके में छोड़ आये थे.
दिल्ली पुलिस के एक आला अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच से यह पता चलता है कि IAS मुकेश पांडेय बुधवार को नई दिल्ली आये थे. बताते चलें कि मुकेश पांडेय ने जिलाधिकारी के रूप में पहली पदस्थापना पिछले ही हफ्ते बक्सर में प्राप्त की थी. इसके पहले वे कटिहार में DDC के पद पर तैनात थे.
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि जांच से यह बात मालूम हो रही है कि पाण्डेय का अपने घर वालों से तनाव चल रहा था. न पत्नी खुश थी, और न ही घरेलू झगड़े से अभिभावक. ऐसा इसलिए कि आज मुकेश पांडेय ने आत्महत्या करने जाने के पहले अपने घर टेलीफोन से एक संदेशा भेजा था. इस संदेशे में उन्होंने जिन्दगी से तंग आ जाने और अच्छाई से विश्वास उठ जाने की बात की थी. साथ में, यह भी बता दिया था कि वे दिल्ली में आत्महत्या करने जा रहे हैं. इस सन्देश के मिलते ही परिवार वाले बेचैन हो गए थे. फिर बिहार से किसी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दिल्ली पुलिस को संपर्क साधा और मदद करने को कहा.
दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई घर भेजे गए संदेशे के आधार पर ही शुरू की. इस संदेशे में यह भी लिखा था कि मैं अपना सुसाइड नोट दिल्ली के होटल लीला पैलेस के रूम नंबर 742 में छोड़ दूंगा. दिल्ली पुलिस संदेशे के आधार पर लीला पैलेस पहुंची. कमरे में IAS मुकेश पांडेय का सुसाइड नोट मिल गया. आगे जानकारी यह जुड़ती गई कि वे जनकपुरी इलाके के होटल पिकाडिली के करीब में छत से कूद कर जान दे देंगे.
इसके बाद दिल्ली पुलिस दौड़ी-दौड़ी जनकपुरी में बताए स्थान पर गई. लेकिन यहां किसी के आत्महत्या करने की कोई निशानदेही नहीं मिली. लेकिन मोबाइल प्राप्त हो गया. पुलिस ने अब आगे की जांच शुरू की. दिल्ली में सबों को अलर्ट किया गया. तभी गाजियाबाद रेल पुलिस से खबर मिली कि एक व्यक्ति ने ट्रेन से कटकर जान दे दी है. व्यक्ति देखने में ठीकठाक लग रहा है लेकिन चेहरा इतना विक्षिप्त है कि पहचान नहीं की जा सकती.
दिल्ली पुलिस के अधिकारी भागे-भागे गाजियाबाद पहुंचे. मिली लाश की शिनाख्त IAS मुकेश पांडेय के रूप में ही हुई. यहां भी मुकेश पांडेय ने एक ऐसा पुर्जा छोड़ दिया था, जिससे उनकी पहचान हो जाती. शव को देखने से पता चला कि आत्महत्या करने के लिए IAS मुकेश पांडेय ने अपने सिर को पटरी पर रख दिया था. खबर लिखे जाने तक शव को पोस्टमार्टम में भेजे जाने की तैयारी की जा रही थी.