ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

बिहार विधानसभा में पास हुए नीतीश कुमार, मिला 140 विधायकों का समर्थन


बिहार में नीतीश सरकार ने आज विधानसभा में विश्वास मत की सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा को पास कर ली है। बिहार विधानसभा में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के पक्ष में कुल 143 में से 140 मत पड़े। वहीं विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया। जिसके बाद विश्‍वासमत का फैसला लॉबी डिविजन के तहत हुआ।
स विश्‍वासमत में एक अहम बात यह हुई कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के समर्थक नरेंद्र सिंह और वृषिण पटेल ने भी नीतीश कुमार के पक्ष में अपना मत डाला। गौरतलब है कि इन दोनों विधायकों कप विधानसभा की सदस्यता खत्म होने का खतरा मंडरा रहा था। विश्वासमत प्रस्ताव के दौरान सत्ता और विपक्षियों के बीच जमकर बहसबाजी हुई। एक तरफ जहां नीतीश कुमान ने भाजपा की दिल्ली की हार पर चुटकी ली तो वहीं भाजपा ने नीतीश पर अति महत्वाकांक्षा के चलते गठबंधन तोड़ने की बात कही। भाजपा नेता नंदकिशोर ने आरोप लगाया कि बिहार की दुर्दशा के लिए नीतीश जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि लालू नीतीश के सलाहकार बन गये हैं, जिसके चलते बिहार में एक बार फिर से जंगल राज वापस आ गया है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में बुधवार को विश्वास मत हासिल कर लिया। सूत्रों के अनुसार विधायकी जाने के डर से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के समर्थकों ने भी नीतीश के पक्ष में वोटिंग की। हालांकि वोटिंग के दौरान विधानसभा से जीतन अनुपस्िथत रहे।
विश्वासमत प्रस्ताव पर नीतीश कुमार के भाषण के बीच विपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि हमारा सवाल आपसे यह था कि आपने मांझी को हटाने का फैसला क्यों किया। लेकिन इस मुद्दे पर आपकी सफाई से हम संतुष्ट नहीं है। इसके बाद भाजपा के सदस्य सदन का बहिष्कार करके चले गए।
इससे पहले, विश्वास प्रस्ताव हासिल करने के लिए जदयू ने अपने सभी विधायकों के सदन में मौजूद रहने को लेकर व्हिप जारी किया था। व्हिप में कहा गया कि विश्वास मत हासिल करने तक जदयू के सभी विधायक विधानसभा में मौजूद रहेंगे। सात सर्कुलर रोड पर मंगलवार को हुई बैठक में पार्टी विधायकों को सदन में सुबह 10 बजे पहुंच जाने की हिदायत दी गई। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार आयोजित विधानमंडल दल की बैठक में नीतीश कुमार का स्वागत किया गया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने भाजपा पर जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि भाजपा पार्टी तोड़ने का षड्यंत्र कर रही थी, लेकिन जदयू विधायकों की एकजूटता से इसे नाकाम कर दिया गया। उन्होंने विधायकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि भाजपा कहती थी कि जदयू के पचास से अधिक विधायक उनके संपर्क में हैं, लेकिन, ऐसा कुछ नहीं हुआ।
विधायक दल की बैठक के बाद राजद,कांग्रेस के विधायक भी मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे जहां बुधवार को सदन में विश्वास मत हासिल करने को लेकर रणनीति पर मुहर लगी। जदयू विधानमंडल दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और उनके समर्थक विधायक और विधान पार्षदों को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन वे नहीं आए। संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि दल के सभी विधायकों पर व्हिप लागू होगा। सभी 110 विधायकों को व्हिप की प्रति भेज दी गई है।