भाई-बहनों के बीच असीम स्नेह के त्योहार रक्षाबंधन की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है, बाजारों में आकर्षक राखियों की रौनक बढ़ने लगी है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में भी अभी से ही आकर्षक राखियों की दुकानें सजने लगी हैं।
बहने अपने दूर बसे भाईयों के लिए सुन्दर, आकर्षक राखियां खरीदने दुकानों पर उमड़ने लगी है। शहर का व्यस्ततम बाजार एवं गली में तथा सड़कों के किनारे राखियों की थोक बिक्री और खुदरा दुकानें बड़ी संख्या में सज गयी है। विभिन्न आकारों की रंग-बिरंगी राखियों की दुकानें अभी से ही खरीदारों को अपनी और आकर्षित करने लगी है। देश की शरहदों की रक्षा करने में डटे अपने भाई के लिए राखी खरीदने पहुंची शिल्पी, रानी, पायल व् प्रीति ने बताया कि उनके भाई देश की शरहदों की रक्षा करने की सेवा में जुटे हैं। रक्षाबंधन के मौके पर घर आने की संभावना क्षीण होने को लेकर समय रहते बहनें अपनी भाईयों को राखियां भेज देने को बहनों की दुआओं वाली राखियां प्राप्त हो सकें।