नवगछिया नगर की फिजा (वातावरण) में पिछले छह माह से एक मीठा जहर
तेजी से घुल रहा है। जिसकी रफ़्तार लगभग 24 घंटे जारी है। वह है हवा में बालू कण का मिलना। ये बालू कण नवगछिया नगर बजार के वातावरण को भी हल्का धुंधला बनाते जा रहे हैं। जो आम लोगों की सांस के साथ सभी के शरीर के अन्दर भी जमा हो रहे हैं। जिसका जीता जागता प्रमाण है नवगछिया नगर की कई सड़कें। जहां सफ़ेद बालू के महीन कणों की मोटी मोती परतें नंगी और खुली आँखों से आसानी से देखी जा सकती है।
यह हालात है उन सड़कों की जिसके रास्ते से हजारों मासूम बच्चे व् छात्र स्कूल और कोचिंग पढ़ने आते जाते हैं। इसके लिए नवगछिया पुलिस प्रशासन से दर्जनों बार आम लोगों ने प्रतिबन्ध लगाने की मांग भी की, हर बार सिर्फ लोगों को आश्वासन जरुर मिला है। जहाँ इस समस्या से निजात दिलाने की प्रशासन या किसी संस्था अथवा संगठन द्वारा कोई ठोस पहल आज तक नहीं की जा सकी है। वहीँ आम लोगों के साथ साथ हजारों मासूम के शारीर में भी घुल रहा है मीठा जहर।
नवगछिया नगर के वातावरण में सफ़ेद बालू कण के रूप में मीठा जहर घोलने में सबसे बड़े सहायक हैं वैद्य और अवैद्य ट्रेक्टर । जिसके पीछे लगे रहते हैं सफ़ेद बालू लदे अवैद्य टेलर। जो अधिकांश खुले रहते हैं। जिसके शहर में परिचालन के दौरान चारों तरफ से हर कदम कदम पर बालू कण गिरते रहते हैं। जो अन्य वाहनों के चलने से भी हवा में उड़ कर शामिल होते रहते हैं। इसके साथ ही हर सांस के साथ मासूमों से लेकर हर आम लोगों के शरीर में घुस रहे हैं।
मजे की बात तो यह भी है कि इन ट्रेक्टरों को चलाने वाले भी गैर लाइसेंसी और अवयस्क भी लोग होते हैं। जिन पर मोटर वाहन नियम का कोई कानून लागू नहीं होता है। और तो और यह सारा खेल ड्युटी पर तैनात पुलिस की नजरों के सामने से होता है।