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भर्ती घोटाले में सुदर्शन का नाम, संघ प्रमुख बोले-हमें चिंता नहीं!


शिवराज के राज में हुए एमपी के भर्ती घोटाले में एसटीएफ की जांच में खुलासा हुआ है कि प्रमुख आरोपी पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने पूर्व संघ प्रमुख सुदर्शन के सहयोगी की नियुक्ति की सिफारिश भी की थी। सुरेश सोनी के बाद के सी सुदर्शन का नाम भी इस घोटाले में उछलने से कांग्रेस ने बीजेपी और आरएसएस पर हमला तेज कर दिया है। वहीं इस मसले पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि कानून अपना काम करेगा। हमको चिंता नहीं है उसकी।
इस बीच इस घोटाले को लेकर भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे के लिए सैकड़ों की तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ता सीएम हाउस के घेराव के लिए निकले। हालांकि प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री के घर तक नहीं पहुंच पाए और पुलिस ने पहले ही उन्हें बलपूर्वक रोक लिया। कांग्रेस के मुताबिक शिवराज ने लाखों की तादाद में एमपी के छात्रों के साथ धोखा किया है।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि व्यापम घोटाले ने बीजेपी और आरएसएस का मुखौटा उतार कर रख दिया है। जिस प्रकार से शिवराज के मंत्रियों और अधिकारियों के नाम के तार इस घोटाले से जुड़े और उसके तथ्य सामने आए हैं, उसे देखते हुए इस मामले की व्यापक और निष्पक्ष जांच की जाए।
वैसे कांग्रेस के विरोध से ज्यादा शिवराज सरकार के लिए मुसीबत है मामले में संघ और बीजेपी से जुड़े शीर्ष नेताओं के नाम सामने आना। सूत्रों के मुताबिक एसटीएफ से हुई पूछताछ में व्यापम के पूर्व नियंत्रक पंकज त्रिवेदी ने बयान दिया है कि 2012 की नापतौल निरीक्षक परीक्षा में मिहिर कुमार समेत पांच छात्रों के चयन के लिए पूर्व तकनीकी शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने सिफारिश की थी।
पंकज त्रिवेदी के मुताबिक पूर्व मंत्री के ओएसडी ओ पी शुक्ला ने पांच छात्रों की लिस्ट दी थी। मिहिर का परिचय दिया गया कि बहुत खास व्यक्ति है। सोनीजी का आदमी है। मिहिर कुमार पूर्व सरसंघचालक के एस सुदर्शन के साथ भी काम करता था। मिहिर को परीक्षा में 200 में से 159 अंक मिले और उसका चयन हो गया।
खुद मिहिर ने भी एसटीएफ के सामने पूर्व सरसंघचालक से पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को सिफारिश कराने की बात कबूली है। लेकिन बीजेपी इन तमाम खुलासों को सिरे से खारिज़ कर रही है। पार्टी उपाध्यक्ष प्रभात झा कहते हैं कि जांच चल रही है और जांच करने वाले अभी कुछ नहीं कह रहे। जिन दो लोगों के नाम लिए जा रहे हैं सुदर्शन जी और सुरेश सोनी जी दोनों देश सेवा में लगे रहे। सूत्रों के हवाले से चलने वाली खबरों पर भरोसा नहीं करना चाहिए।
वैसे इस मामले में पहली बार संघ प्रमुख की ओर से प्रतिक्रिया आई है। पत्रकारों ने जब उनसे कहा कि व्यापम घोटाले में संघ नेताओं के नाम सामने आए हैं तो संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि ऐसा है तो कानून अपना काम करेगा। हमें उसकी चिंता नहीं है।