मध्यप्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री और अपने पुरुष नौकर के कथित यौन शोषण
के आरोपी राघवजी को लेकर
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के ट्वीट का खामियाजा मध्य प्रदेश कांग्रेस को भुगतना पड़ा है. राज्य में कांग्रेस विधानमंडल दल के उपनेता राकेश सिंह चतुर्वेदी ने बागी रुख अपनाते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया है.
चतुर्वेदी का कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने का पूरा घटनाक्रम भी कम नाटकीय नहीं रहा. दरअसल, राज्य में रेप की घटनाओं और हाल ही में वित्त मंत्री राघवजी की कथित सीडी मुद्दे पर गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी.
विपक्ष के नेता अजय सिंह जैसे ही इस प्रस्ताव को पेश करने के लिए खड़े हुए, उपनेता राकेश सिंह चतुर्वेदी ने प्रस्ताव का विरोध किया. उन्होंने कहा कि वह दिग्विजय सिंह के ट्वीट से काफी आहत हैं. दिग्विजय ने राघवजी प्रकरण पर ट्वीट किया था बच्चा-बच्चा राम का, राघवजी के काम का. उनके इस ट्वीट की हर तरफ आलोचना हो रही है.
कांग्रेस पार्टी के विधायकों में अजीब-सी स्थिति पैदा हो गई. पार्टी का भितरघात विधानसभा में खुलकर सामने आता दिखाई दिया. ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होने से पहले ही हंगामा होने के कारण विधानसभा का सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.
अविश्वास प्रस्ताव के विरोध पर चौधरी राकेश चतुर्वेदी का बीजेपी के विधायकों ने भी साथ दिया, जिससे हंगामा हो गया. इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही आधा घंटे के लिए स्थगित कर दी.
आधा घंटे बाद जब विधानसभा की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब कांग्रेस के उपनेता को अपने वरिष्ठ नेताओं में भरोसा नहीं है, तो अविश्वास प्रस्ताव का कोई अर्थ नहीं है. इसके बाद फिर हंगामा शुरू होने के कारण विधानसभा का सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.
इसके बाद चतुर्वेदी बीजेपी नेताओं के साथ पार्टी ऑफिस पहुंचे और प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र तोमर, पूर्व अध्यक्ष प्रभात झा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की मौजूदगी में चतुर्वेदी बीजेपी में शामिल हो गए.
चतुर्वेदी ने पीठ में छुरा घोंपा: राहुल
इस बीच विपक्ष के नेता अजय सिंह ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से चर्चा में चतुर्वेदी को गद्दार बताते हुए कहा कि उन्होंने पीठ में छुरा घोंपा है और गुरुवार को ही बुलाई जाने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में उन्हें पार्टी से निष्कासित करने का प्रस्ताव पारित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि संपूर्ण घटनाक्रम से कांग्रेस हाईकमान को अवगत करा दिया गया है.
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के ट्वीट का खामियाजा मध्य प्रदेश कांग्रेस को भुगतना पड़ा है. राज्य में कांग्रेस विधानमंडल दल के उपनेता राकेश सिंह चतुर्वेदी ने बागी रुख अपनाते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया है.
चतुर्वेदी का कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने का पूरा घटनाक्रम भी कम नाटकीय नहीं रहा. दरअसल, राज्य में रेप की घटनाओं और हाल ही में वित्त मंत्री राघवजी की कथित सीडी मुद्दे पर गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी.
विपक्ष के नेता अजय सिंह जैसे ही इस प्रस्ताव को पेश करने के लिए खड़े हुए, उपनेता राकेश सिंह चतुर्वेदी ने प्रस्ताव का विरोध किया. उन्होंने कहा कि वह दिग्विजय सिंह के ट्वीट से काफी आहत हैं. दिग्विजय ने राघवजी प्रकरण पर ट्वीट किया था बच्चा-बच्चा राम का, राघवजी के काम का. उनके इस ट्वीट की हर तरफ आलोचना हो रही है.
कांग्रेस पार्टी के विधायकों में अजीब-सी स्थिति पैदा हो गई. पार्टी का भितरघात विधानसभा में खुलकर सामने आता दिखाई दिया. ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होने से पहले ही हंगामा होने के कारण विधानसभा का सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.
अविश्वास प्रस्ताव के विरोध पर चौधरी राकेश चतुर्वेदी का बीजेपी के विधायकों ने भी साथ दिया, जिससे हंगामा हो गया. इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही आधा घंटे के लिए स्थगित कर दी.
आधा घंटे बाद जब विधानसभा की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब कांग्रेस के उपनेता को अपने वरिष्ठ नेताओं में भरोसा नहीं है, तो अविश्वास प्रस्ताव का कोई अर्थ नहीं है. इसके बाद फिर हंगामा शुरू होने के कारण विधानसभा का सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.
इसके बाद चतुर्वेदी बीजेपी नेताओं के साथ पार्टी ऑफिस पहुंचे और प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र तोमर, पूर्व अध्यक्ष प्रभात झा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की मौजूदगी में चतुर्वेदी बीजेपी में शामिल हो गए.
चतुर्वेदी ने पीठ में छुरा घोंपा: राहुल
इस बीच विपक्ष के नेता अजय सिंह ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से चर्चा में चतुर्वेदी को गद्दार बताते हुए कहा कि उन्होंने पीठ में छुरा घोंपा है और गुरुवार को ही बुलाई जाने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में उन्हें पार्टी से निष्कासित करने का प्रस्ताव पारित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि संपूर्ण घटनाक्रम से कांग्रेस हाईकमान को अवगत करा दिया गया है.