पटना। बिहार की नई सरकार के मंत्रिमंडल का आज विस्तार होगा। आज शाम पांच बजे नीतीश कुमार की नई कैबिनेट के मंत्री शपथ ग्रहण करेंगे। राजभवन में बिहार के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी जदयू और एनडीए खेमे के मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।
शपथ ग्रहण के लिए विधायक राजभवन के मंडपम हॉल में पहुंचने लगे हैं, जहां आज उन्हें शपथ दिलाई जाएगी। सबसे पहले बीजेपी के कृष्ण कुमार ऋषि पहुंचे उनके साथ ही माहेश्वर हजारी भी पहुंच गए हैं। उसके बाद शैलेष कुमार भी पहुंच गए हैं। मंडपम हॉल में अतिथि भी पहुंच चुके हैं।
मंत्रियों के नाम की सूची जारी कर दी गई है जिसमें अबतक 28 मंत्रियों के नाम घोषित हो चुके हैं, जो हैं-
बिजेंद्र प्रसाद
नंदकिशोर यादव
राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह
प्रेम कुमार
श्रवण कुमार
मंगल पांडेय
जय कुमार सिंह
रामनारायण मंडल
कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा
विनोद नारायण झा
माहेश्वर हजारी
सुरेश कुमार शर्मा
शैलेष कुमार
प्रमोद कुमार
मंजू वर्मा
विजय कुमार सिन्हा
संतोष कुमार निराला
राणा रंधीर सिंह
खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद
विनोद कुमार सिंह
मदन सहनी
कृष्ण कुमार ऋषि
कपिल देव कामत
दिनेश चंद्र यादव
रमेश ऋषिदेव
ब्रजकिशोर बिंद
पशुपति नाथ पारस
नई कैबिनेट में जदयू और बीजेपी के अलावे लोजपा के कोटे से भी मंत्री पद का चुनाव हुआ है, जिन्हें आज शपथ दिलाई जाएगी। आज एनडीए कोटे से 16 जबकि जेडीयू कोटे से 19 लोगों कों मंत्री बनाया जाना है।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कैबिनेट सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे और राज्यपाल से मुलाकात की। उसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री आवास जाकर मुख्यमंत्री से भी विचार-विमर्श किया। राजभवन में शपथ ग्रहण को लेकर हलचल तेज है। कैबिनेट विस्तार को लेकर राजभवन की सुरक्षा बढ़ाई दी गई है।
एडीजी मुख्यालय एके सिंघल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि शाम को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को लेकर राजभवन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और 150 जवानों की तैनाती की गई है।
वहीं उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय और बीजेपी के नेताओं के साथ ही जदयू के भी नेतागण मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और इसे लेकर मंत्रणा की और मंत्रियों के नाम तय किए। उपमुख्यमंत्री अपने मंत्री पद के सदस्यों की सूची लेकर मुख्यमंत्री के पास पहुंचे और पद का फैसला किया। जदयू के पुराने मंत्रियों को ही कैबिनेट में जगह मिल रही है।
शुक्रवार को नई सरकार ने अपना बहुमत साबित किया था और उसके बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा जोरों पर थी। आज ही मंत्रिमंडल का विस्तार करने के पीछे वजह यह बताई जा रही है कि नीतीश कुमार बिहार में विकास का काम बाधित नहीं होने देना चाहते हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सरकार में शामिल नहीं होंगे। मांझी खुद शुक्रवार को इस बात की घोषणा कर चुके हैं। सराकर में लोजपा और आरएलएसपी दोनों से एक-एक मंत्री शामिल होंगे।