राजेश कनोडिया।
नवगछिया का विक्रमशिला सेतु पहुँच पथ 6 दिसंबर को एक और मौत का गवाह उस समय बन गया। जब एक मोटरसाइकिल पर पीछे सवार वृद्ध महिला एक ट्रक की चपेट में आ गयी। जिसकी मौके पर ही मौत भी हो गयी। घटना नवगछिया जीरो माइल और जाहन्वी चौक के बीच गरैया गाँव के समीप घटी।
जानकारी के अनुसार खरीक थाना क्षेत्र के मिरजाफरी नवटोलिया निवासी डब्लू साह अगुवानी परवत्ता निवासी अपनी सास हीरा देवी को इलाज के लिए मोटरसाइकिल से भागलपुर ले जा रहा था। जिसकी रास्ते में ही एक ट्रक से ठोकर लगाने के कारण यह सड़क दुर्घटना हो गयी।
बताते चलें कि यह विक्रमशिला सेतु पहुँच पथ वही सड़क मार्ग है जो सिर्फ नवगछिया को भागलपुर जिला मुख्यालय से ही नहीं जोड़ता है। बल्कि पूरे उत्तर बिहार को पूर्व बिहार और झारखंड से भी जोड़ता है। जिसकी हालत इतनी पतली हो गयी लगती है जैसे वह अपनी अंतिम साँसे गिन रहा है। जो पूरी तरह से सत्य भी प्रतीत हो रही है। जिसे 4 दिसंबर को ही बिहार के पथ निर्माण विभाग के राज्य सचिव प्रत्यय अमृत ने भी अपनी नंगी आँखों से देखा है। जिनके साथ भागलपुर जिला के जिला पदाधिकारी प्रेम सिंह मीना भी थे। मौके पर ही उन्होने विभागीय अधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई थी। साथ ही पंद्रह दिनों के अंदर इस सड़क को चलाने लायक बनाने का आदेश भी दिया है। जिसे बाद में फॉर लें बनाने का काम किया जाएगा।
जहां आदेश मिलने के बाद भी काम शुरू होना अपनी जगह है। लेकिन आदेश और काम होने के बीच लोगों की जान जाने का सिलसिला तो जारी ही है। पता नहीं यह सिलसिला कब तक जारी रहेगा। या फिर और अनगिनत मौत का गवाह बनता रहेगा यह विक्रमशिला सेतु पहुँच पथ ।
नवगछिया का विक्रमशिला सेतु पहुँच पथ 6 दिसंबर को एक और मौत का गवाह उस समय बन गया। जब एक मोटरसाइकिल पर पीछे सवार वृद्ध महिला एक ट्रक की चपेट में आ गयी। जिसकी मौके पर ही मौत भी हो गयी। घटना नवगछिया जीरो माइल और जाहन्वी चौक के बीच गरैया गाँव के समीप घटी।
जानकारी के अनुसार खरीक थाना क्षेत्र के मिरजाफरी नवटोलिया निवासी डब्लू साह अगुवानी परवत्ता निवासी अपनी सास हीरा देवी को इलाज के लिए मोटरसाइकिल से भागलपुर ले जा रहा था। जिसकी रास्ते में ही एक ट्रक से ठोकर लगाने के कारण यह सड़क दुर्घटना हो गयी।
बताते चलें कि यह विक्रमशिला सेतु पहुँच पथ वही सड़क मार्ग है जो सिर्फ नवगछिया को भागलपुर जिला मुख्यालय से ही नहीं जोड़ता है। बल्कि पूरे उत्तर बिहार को पूर्व बिहार और झारखंड से भी जोड़ता है। जिसकी हालत इतनी पतली हो गयी लगती है जैसे वह अपनी अंतिम साँसे गिन रहा है। जो पूरी तरह से सत्य भी प्रतीत हो रही है। जिसे 4 दिसंबर को ही बिहार के पथ निर्माण विभाग के राज्य सचिव प्रत्यय अमृत ने भी अपनी नंगी आँखों से देखा है। जिनके साथ भागलपुर जिला के जिला पदाधिकारी प्रेम सिंह मीना भी थे। मौके पर ही उन्होने विभागीय अधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई थी। साथ ही पंद्रह दिनों के अंदर इस सड़क को चलाने लायक बनाने का आदेश भी दिया है। जिसे बाद में फॉर लें बनाने का काम किया जाएगा।
जहां आदेश मिलने के बाद भी काम शुरू होना अपनी जगह है। लेकिन आदेश और काम होने के बीच लोगों की जान जाने का सिलसिला तो जारी ही है। पता नहीं यह सिलसिला कब तक जारी रहेगा। या फिर और अनगिनत मौत का गवाह बनता रहेगा यह विक्रमशिला सेतु पहुँच पथ ।