बच्चों को
खतरनाक बीमारी से बचाने के लिए लगाया जाने वाला टीका गुरुवार को नवगछिया में एक नवजात के लिए जान लेवा सिद्ध हुआ। जहां टीका लगाने के कुछ ही घंटे बाद साढ़े तीन माह के एक
दुधमुंहे बच्चे शाहिद की मौत हो गई। वह नवजात रंगरा
चौक सहायक थाना क्षेत्र के मुरली गांव निवासी हयूल अली का पुत्र था।
नवजात के
दादा ने बताया कि बुधवार की दोपहर
दो बजे गांव में आशा कार्यकर्ता सविता देवी द्वारा टीकाकरण के लिए बच्चों को
आंगनबाड़ी केंद्र बुलाया गया। केंद्र में एएनएम कुमकुम कुमारी बच्चों को पोलियो टू
ड्राप, डीपीटी टू, हेपेटाइटीस बी टू की सूई दे रही थीं। जब बारी शाहिद की
आई तो एएनएम को बताया गया कि तीन दिनों पूर्व नवजात की मां को बुखार था। मौके पर नवजात को भी हल्का बुखार था। इसके बावजूद
उसे टीका लगाया गया। घर लाने पर शाम में नवजात का पूरा शरीर ठंडा पड़ गया और रात
दस बजे उसकी मौत हो गई।
इसको लेकर
परिजन व ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। सूचना पर रंगरा ओपी प्रभारी वहां पहुंचे और
परिजन व ग्रामीणों को समझा बुझाकर नवजात के शव को दफनवा दिया गया। इस तरह नवजात की मौत का राज भी उसके साथ दफन हो गया।