ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

श्रम संसाधन विभाग द्वारा मनाया गया श्रम अधिकार दिवस

श्रम संसाधन विभाग द्वारा मनाया गया श्रम अधिकार दिवस
नव-बिहार समाचार, भागलपुर। स्थानीय श्रम संसाधन विभाग द्वारा आई टीआई  बरारी (भागलपुर) में बुधवार को श्रम अधिकार दिवस मनाया गया। इस अवसर पर एक दिवसीय "ग्रामीण प्रशिक्षण शिविर" का आयोजन किया गया। इस शिविर में भागलपुर जिले के सभी 242 पंचायतो से एक एक श्रमिकों ने भाग लिया। इसके साथ ही श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। जहां मुख्य अतिथि के रूप में बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष डॉ चक्रपाणि हिमांशु उपस्थित थे। उनके द्वारा दीप प्रज्वलित कर शिविर का उद्घाटन किया गया। शिविर की अध्यक्षता आफताब आलम ,सहायक श्रमायुक्त ने की।
इस शिविर में कार्यक्रम का आयोजन दो सत्रों में किया गया । प्रथम सत्र में सभी श्रमिकों को विभिन्न श्रम अधिनियमों एवं विभाग द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाएं के बारे में जानकारी दी गयी। इस कड़ी में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी अश्वनी राज द्वारा बाल श्रम उन्मूलन एवं विमुक्त बाल श्रमिकों के पुनर्वास हेतु योजनाओं के बारे में जानकारी दी। वही श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी गोराडीह सुनील कुमार के द्वारा समय समय पर विभाग द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी एवं नियोजकों द्वारा इससे कम मजदूरी पर काम करवाने पर शिकायत हेतु प्रावधानों के बारे में प्रशिक्षण दिया। साथ ही श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी गोपालपुर आदित्य कुमार ने  बिहार शताब्दी असंगठित क्षेत्र  कर्मकार एवं शिल्पकार सामाजिक सुरक्षा योजन एवं बिहार राज्य प्रवासी मजदूर दुर्घटना अनुदान योजना के अन्तर्गत किसी श्रमिक के असमय मृत्यु या अपंगता की स्थिति में दिए जाने वाले अनुदान, इसके लिए आवेदन, ज़रूरी कागज़ात इतियादी के बारे में विस्तृत जानकारी दी। 
श्रम अधीक्षक ,भागलपुर बिनोद प्रसाद द्वारा बिहार भवन एवं सनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ लेने के लिए निबंधन की ऑनलाइन प्रक्रिया के बारे में जानकारी दिए एवं इससे मिलने वाले लाभों के बारेमे विस्तृत जानकारी देते हुए श्रमिको को अधिक से अधिक संख्या में निबंधन कराने हेतु प्रेरित किया।  कारखाना निरीक्षक भागलपुर पंकज कुमार  ने भी कारखानों से संबंधित सुरक्षा विषय पर प्रशिक्षण दिया। मुख्य अतिथि राज्य बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष डॉ चक्रपाणि हिमांशु ने सभी श्रमिकों को अपने बच्चे से बाल श्रम नही कराने एवं उनको निश्चित रूप से विद्यालय भेजकर शिक्षित एवं कुशल बनाकर गरीबी के चक्रव्यूह से बाहर निकलने के लिए प्रेरित किये। उन्होंने श्रमिको के निबंधन पर भी जोर देते हुए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी जैसे कि  मातृत्व/पितृत्व लाभ, श्रमिक के किसी दो बच्चों को मैट्रिक/इंटर पास होने पर 10 हजार से 25 हजार तक नकद पुरस्कार,किसी दो पुत्री के विवाह पर 50 हजार रुपया, दुर्घटना मृत्यु पर 4 लाख एवं स्वाभाविक मृत्यु पर 2 लाख का अनुदान ,साईकल के लिए 3500 , पेंशन इतियादी। इन्होंने सभी श्रमिकों के साथ अपना दूरभाष नम्बर भी साझा करते हुए किसी भी समस्या की परिस्थिति में संपर्क करने एवं हर सम्भव मदद हेतु आस्वतः किया। 

शिविर के दूसरे सत्र में सभी श्रमिको को अल्पाहार एवं 400 रुपए 1 दिन का पारिश्रमिक एवं मार्ग व्यय के रूप में दिया गया एवं सभी श्रमिको को धन्यवाद करते हुए शिविर का समापन किया गया।