ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

नवगछिया जदयू के जिला अध्यक्ष का चुनाव हंगामे के बाद हुआ स्थगित, सीएम नीतीश हुए अधिकृत

नवगछिया जदयू के जिला अध्यक्ष का चुनाव हंगामे के बाद हुआ स्थगित, सीएम नीतीश हुए अधिकृत
NBS NEWS, NAUGACHIA: नव-बिहार समाचार, नवगछिया (भागलपुर)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के बिहार में चल रहे सांगठनिक चुनाव के दौरान संगठन जिला नवगछिया के जिला अध्यक्ष का चुनाव रविवार को हंगामे के बाद जिला निर्वाची पदाधिकारी अशोक कुमार सिंह द्वारा स्थगित कर दिया गया। जहां मौके पर चुनाव पर्यवेक्षिका खगड़िया जिला की पूर्व जिलाध्यक्ष साधना सदा और क्षेत्रीय विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल भी मौजूद थे। अंत में पार्टी के प्रदेश कार्यालय से मिले निर्देश के तहत नवगछिया के जिलाध्यक्ष के चयन के लिए सीएम नीतीश कुमार को ही अधिकृत कर दिया गया।

बताते चलें कि नवगछिया में जिलाध्यक्ष के चुनाव को लेकर इस पद के लिए निवर्तमान जिलाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सिंह के साथ साथ त्रिपुरारी कुमार भारती, शाहिद रजा, कुमार मिलन सागर, डॉ दीपक कुमार साह, मदन राम, कुंदन कुमार भारती, चंदन जयसवाल, दिलीप मंडल, वीरेंद्र रजक, मोहम्मद इफ्तेखार आलम कुल 11 प्रत्याशी मैदान में थे। जबकि एक प्रत्याशी रघुनाथ दास का नामांकन पत्र रद्द घोषित हो गया था।

नवगछिया स्थित गोपाल गौशाला परिसर में हो रहे इस चुनावी प्रक्रिया के दौरान 10:00 बजे से 11:00 बजे तक नामांकन का समय निर्धारित था। जिसमें 12 लोगों ने नामांकन पत्र पत्र दाखिल किया था। इसके बाद11:05 से 11:30 तक नामांकन पत्रों की जांच की गई। इस दौरान रघुनाथ दास का नामांकन पत्र को कुछ त्रुटि रहने के कारण रद्द किया गया। वहीं 11 नामांकन पत्र वैध पाए गए। इसके बाद 11:35 से 12:30 तक नामांकन पत्र वापस लेने का समय निर्धारित था। जिसमें किसी ने भी अपना नामांकन पत्र वापस नहीं लिया।

जिलाध्यक्ष के एक पद के ग्यारह दावेदार होने की विषम परिस्थिति को देखते हुए चुनाव कराने और नहीं कराने की बात को लेकर कुछ हंगामा भी हुआ। जिसके कारण चुनाव नियम के अनुसार बताया गया कि 3 नामांकन से अधिक होने पर मतदान नहीं होगा और इस पर मुख्यमंत्री द्वारा निर्णय लिया जाना है। इसी मामले को देखते हुए चुनाव प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया। जहां 6 प्रखंडों के 90 डेलीगेट वोटरों द्वारा मतदान किया जाना था। जिसे विषम परिस्थिति को देखते हुए रद्द कर दिया गया।

चुनाव कराने और नहीं कराने को लेकर शुरू हुए हंगामे के इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ़ गोपाल मंडल भी मौजूद थे। जिन्होंने मतदान की समस्या को देखते हुए निर्वाचन पदाधिकारी से अनुरोध किया कि प्रदेश स्तर से वार्ता कर इस पर विचार विमर्श लेकर आगे की कार्रवाई की जाए। इस पर निर्वाचन पदाधिकारी ने प्रदेश स्तर से बातचीत कर चुनाव को स्थगित कर दिया और चुनाव की प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अधिकृत कर दिया गया।