काली मेला देखने गए थे सभी लोग,
नाव में छेद होने की है आशंका
NAUGACHIA, NBS NEWS, ( नव-बिहार समाचार, नवगछिया): बिहार के पुलिस जिला नवगछिया अंतर्गत इस्माइलपुर थाना क्षेत्र में नेवालाल दास टोला व अन्य गांवों से अभिया और डिमहा गांव में आयोजित काली मेला देखने जा रहे लगभग 20 लोगों से भरी नाव मालपुर कलबलिया धार में डूब गई। इस हादसे में जहां मां और बेटा बेटी सहित चार लोगों की डूबने से मौत हो गई। वहीं एक महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर 3 लोगों को सुरक्षित निकाले जाने की भी सूचना मिली है। आशंका है कि नाव पर सवार 10 से अधिक लोग लापता हैं। लेकिन किसी के परिजन अभी सामने नहीं आ पाए हैं।
जानकारी के अनुसार मृतकों में नेवा लाल दास टोला के अनिरुद्ध मंडल की पत्नी रंभा कुमारी, 6 वर्षीय बेटी स्वीटी कुमारी और 13 वर्षीय पुत्र लक्ष्मण कुमार के अलावा विकास मंडल का पुत्र 5 वर्षीय पुत्र सुमन कुमार शामिल है। वहीं सुमन कुमार की मां अस्पताल में इलाजरत है। हादसे की सूचना मिलते ही नवगछिया के अनुमंडल पदाधिकारी उत्तम कुमार और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप कुमार घटनास्थल पर पहुंच गए। वहीं इस्माइलपुर और गोपालपुर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। देर शाम तक ग्रामीण स्तर से तैराकों द्वारा नदी में लापता लोगों को ढूंढने का प्रयास जारी था।
स्थानीय लोगों ने बताया कि नाव पर करीब 20 लोग सवार होकर मालपुर दियारा घाट पर काली मेला देखने अभिया गांव जाने के लिए सवार हुए थे। ग्रामीणों के अनुसार अनुमान है कि नाव में छेद था और नाव में पानी भर जाने के कारण नदी में डूब गई। वहीं तैरकर बाहर निकली रूबी कुमारी ने नाव डूबने की सूचना मेले में ग्रामीणों को दी। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और राहत बचाव कार्य प्रारंभ किया। एक-एक कर चार शवों को नदी से बाहर निकाला भी गया।
वहीं घटना की सूचना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मिलते ही उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि घटना दुखद है। मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना है। आश्रितों को 4-4 लाख की अनुग्रह राशि अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश जिला प्रशासन को दिया है।
इधर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि उक्त घटना अत्यंत दुखद और पीड़ादायक है। वह गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। ईश्वर परिजनों को असीम दुख सहने की ताकत प्रदान करें।
वही इस्माइलपुर के जिला पार्षद विपिन कुमार ने कहा है कि यह एक बड़ी घटना है। पीड़ित परिवार को समुचित मुआवजा और एक आश्रित को सरकारी नौकरी भी मिलनी चाहिए। साथ ही भविष्य में इस तरह की घटना ना हो, इसके लिए प्रशासन को समुचित उपाय भी करना चाहिए।