नव-बिहार न्यूज नेटवर्क (NNN), भागलपुर: जिले के कहलगांव से आ रही इस खबर ने सरकार की नींद उड़ा दी है. साथ ही सरकारीJM ई मव्यवस्था की पोल खोल दी है. दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कल बुधवार को लगभग चार सौ करोड़ की लागत से बने जिस बांध का उद्घाटन करनेवाले थे, वह बांध आज मंगलवार को ही टूट गया. इसे लेकर प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है. हालांकि इस मामले में जल संसाधन मंत्री ललन सिंह ने कहा है कि इससे परियोजना में नये निर्माण को कोई क्षति नहीं पहुंची है. दूसरी ओर इसे लेकर बांध का उद्घाटन कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है.
बताया जाता है कि भागलपुर के कहलगांव में सिंचाई योजना के तहत बटेश्वरस्थान गंगा पंप नहर परियोजना सरकारी स्तर पर बन कर तैयार हो गयी है. इस योजना पर 389.31 करोड़ रुपये खर्च हुए हैैं. इसके उद्घाटन की सारी तैयारी भी सरकारी स्तर पर पूरी कर ली गयी थी. बस 2ब4 घंटे के बाद बुधवार को इसका उद्घाटन होनेवाला था. उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को करना था. कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री ललन सिंह भी पहुंचने वाले थे. लेकिन यह बांध मंगलवार को ही टूट गया.
इधर बांध के टूटने से खेतों से लेकर शहर तक पानी ही पानी दिख रहा था. जहां तहां जलजमाव हो गया है. वहीं निचले इलाकों के कई घरों में भी पानी घुस गया. सड़कों पर भी पानी बहने लगा. इससे इलाकों में अफरातफरी की स्थिति बन गयी. बांध टूटने की जानकारी मिलते ही अफसर तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे.
बता दें कि बटेश्वरस्थान गंगा पंप नहर परियोजना काफी पुरानी है. इसे बनाने का मुख्य उद्देश्य है कि नहर में पानी जमा करना. ताकि, इसी के माध्यम से खेतों तक पानी पहुंचे और किसानों को कोई प्रॉब्लम नहीं हो. सूत्रों की मानें तो इस योजना के पूरा होने में काफी वर्ष लगे और इस पूरी परियोजना पर लगभग 389.31 करोड़ रुपये खर्च हुए.
भागलपुर के कहलगांव प्रखंड में शेखपुरा गांंव के निकट गंगा नदी के दाएं तट पर स्थित कोआ व गंगा नदी के संगम के निकट पंप हाउस नंबर एक पर बनाया गया है. इसी तरह इससे लगभग डेढ़ किमी दूर शिवकुमारी पहाड़ी के निकट पंप हाउस नंबर दो बनाया गया है. इन दोनों पंप हाउस से गंगा नदी के पानी को दो स्टेज पर 17 और 27 मीटर लिफ्ट कर मुख्य नहर व इससे निकली नहरों से सिंचाई के लिए खेतों को पानी उपलब्ध कराया जायेगा.
सबसे खास बात इस परियोजना से झारखंड केको भी फायदा मिलेगा. सूत्रों के अनुसार भागलपुर में 18620 हेक्टेयर तथा झारखंड के गोड्डा जिले में 22658 हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी. शुरू में तो मात्र 13.88 करोड़ की यह योजना थी. जनवरी 1977 में योजना आयोग ने 13.88 करोड़ रुपये की लागत से इस योजना को स्वीकृति दी थी. अब जाकर इसका उद्घाटन होनेवाला था. लेकिन 24 घंटे पहले ही अनहोनी हो गयी और बांध टूट गया. हालांकि बिहार के जल संसाधन मंत्री ललन सिंह ने कहा है कि फुल कैपिसिटीओ से पानी छोड़ने के कारण बांध टूटा है, लेकिन इससे नये निर्माण को कोई नुकसान नहीं हुआ है. उधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कार्यक्रम अब टल गया है. उद्घाटन कार्यक्रम कैंसिल कर दिया गया है. इसके पीछे तकनीकी कारण बताया गया है.