धर्मनगरी हरिद्वार में मंगलवार को विश्व विख्यात हर की पैड़ी दिनभर
मंत्रोच्चारण से गूंजायमान रही. मौका था पिछले जून माह राज्य में आई भीषण
आपदा में मारे गए हजारों लोगों की आत्मा की शांति के लिए
कार्यक्रम के आयोजन का. बदरीकेदार मंदिर समिति और गंगा सभा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित यह कार्यक्रम 15 विद्वान पुरोहितों ने पूरा कराया.
मृतकों का विधिपूर्वक सामूहिक पिंड दान और तर्पण भी किया गया. सामूहिक पिंडदान के दौरान हरिद्वार के सांसद और केंद्रीय जलसंसाधन मंत्री हरीश रावत, पौड़ी के सांसद सतपाल महाराज और उत्तराखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय भट्ट, पर्यटन मंत्री अमृता रावत व उक्रांद नेता काशी सिंह ऐरी और अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में साधु संतों ने शिरकत की. इसमें मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा भी शामिल हुए और मृतकों को श्रद्धांजलि दी.
बहुगुणा ने आयोजन के दौरान एक बार फिर लोगों को भरोसा दिलाया कि 30 सितंबर से पहले ही चारधामों में से तीन धामों बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए यात्रा दोबारा शुरू कर दी जाएगी.
कार्यक्रम के आयोजन का. बदरीकेदार मंदिर समिति और गंगा सभा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित यह कार्यक्रम 15 विद्वान पुरोहितों ने पूरा कराया.
मृतकों का विधिपूर्वक सामूहिक पिंड दान और तर्पण भी किया गया. सामूहिक पिंडदान के दौरान हरिद्वार के सांसद और केंद्रीय जलसंसाधन मंत्री हरीश रावत, पौड़ी के सांसद सतपाल महाराज और उत्तराखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय भट्ट, पर्यटन मंत्री अमृता रावत व उक्रांद नेता काशी सिंह ऐरी और अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में साधु संतों ने शिरकत की. इसमें मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा भी शामिल हुए और मृतकों को श्रद्धांजलि दी.
बहुगुणा ने आयोजन के दौरान एक बार फिर लोगों को भरोसा दिलाया कि 30 सितंबर से पहले ही चारधामों में से तीन धामों बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए यात्रा दोबारा शुरू कर दी जाएगी.