हैदराबाद बम धमाके के दो दिन बाद शनिवार को पुलिस ने कहा है कि
दिलसुखनगर के सीसीटीवी कैमरे खराब नहीं थे तथा उसके पास ब्लास्ट के समय का
सीसीटीवी फुटेज मौजूद है। पुलिस ने घटना के संबंध में कुछ अहम सुराग हाथ
लगने का दावा किया है। उधर, खबर है कि मुंबई एटीएस ने नांदेड़ से तीन
संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।
हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर अनुराग शर्मा ने कहा कि जांच एसआइटी को सौंप दिया गया है। इसके लिए छह टीमें बनाई गई हैं। इन्होंने विस्फोट से जुड़े सबूतों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। साथ उन्होंने ब्लास्ट को लेकर कोई पुख्ता जानकारी देने वालों के लिए 10 लाख रुपये के इनाम की भी घोषणा की है।
शर्मा ने इस तथ्य को भी स्वीकार किया कि केंद्र से उन्हें 15 फरवरी को अलर्ट मिला था। अलर्ट को गंभीरता से लेते हुए हैदराबाद पुलिस ने गाड़ियों की तलाशी शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के नए अलर्ट के मद्देनजर शहर की सुरक्षा काफी कड़ी कर दी गई है। लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
शर्मा ने कहा कि दिलसुख नगर में जिस जगह धमाके हुए थे, वहां ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगे थे। उन्होंने कहा कि दिलसुख नगर में कैमरे का कनेक्शन न तो कटा था और न ही वह खराब थे। हमारे पास धमाके के समय की फुटेज मौजूद हैं।
हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर अनुराग शर्मा ने कहा कि जांच एसआइटी को सौंप दिया गया है। इसके लिए छह टीमें बनाई गई हैं। इन्होंने विस्फोट से जुड़े सबूतों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। साथ उन्होंने ब्लास्ट को लेकर कोई पुख्ता जानकारी देने वालों के लिए 10 लाख रुपये के इनाम की भी घोषणा की है।
शर्मा ने इस तथ्य को भी स्वीकार किया कि केंद्र से उन्हें 15 फरवरी को अलर्ट मिला था। अलर्ट को गंभीरता से लेते हुए हैदराबाद पुलिस ने गाड़ियों की तलाशी शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के नए अलर्ट के मद्देनजर शहर की सुरक्षा काफी कड़ी कर दी गई है। लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
शर्मा ने कहा कि दिलसुख नगर में जिस जगह धमाके हुए थे, वहां ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगे थे। उन्होंने कहा कि दिलसुख नगर में कैमरे का कनेक्शन न तो कटा था और न ही वह खराब थे। हमारे पास धमाके के समय की फुटेज मौजूद हैं।