भीषण शीतलहर और ठंड के प्रकोप के मद्देनजर बिहार सरकार ने सभी जिलों में युद्धस्तर पर
बचाव कार्य चलाने का निर्देश दिया है। प्रधान सचिव (आपदा प्रबंधन) व्यास
जी ने जिलों में निराश्रितों के लिए अस्थायी शेड बनाने, गरीबों के बीच कंबल
वितरण व अलाव जला राहत पहुंचाने को कहा है।
राहत पहुंचाने के लिए रिक्शा चालक, दैनिक मजदूर जैसे गरीब लोगों के लिए अस्थायी रिहाइश की व्यवस्था की जाएगी। जिलाधिकारियों को इस बात के निर्देश दिये गये हैं कि जिन शहरों में रैन बसेरे नहीं है वहां पालीथिन शीट, टेंट आदि से अस्थायी ठिकाने बनाये जाये। इस काम में कोई कोताही न बरती जाए। इसी तरह फुटपाथों पर रात बसर करने वालों के बीच पर्याप्त संख्या में कंबल वितरण की व्यवस्था करने का भी निर्देश जारी किया गया है। कंबल की व्यवस्था समाज कल्याण विभाग करेगा। ठंड के प्रकोप से राहत के लिए रात में ऐसे सार्वजनिक स्थल जहां बड़ी संख्या में लोग एकत्र होते हैं, अलाव की व्यवस्था की जाएगी। इस काम में रिक्शा पड़ाव, टमटम पड़ाव, बस स्टेशन रेलवे स्टेशन जैसी जगहों को प्राथमिकता दी जाएगी। जिलाधिकारियों को इस बात के भी निर्देश दिये गये कि वे अलाव वाले स्थानों तथा अन्य राहत कार्यो के नियमित निरीक्षण की व्यवस्था करेंगे। इसमें वरीय प्रशासनिक अधिकारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही इस निरीक्षण की रिपोर्ट दैनिक आधार पर मुख्यालय भेजी जाएगी।
राहत पहुंचाने के लिए रिक्शा चालक, दैनिक मजदूर जैसे गरीब लोगों के लिए अस्थायी रिहाइश की व्यवस्था की जाएगी। जिलाधिकारियों को इस बात के निर्देश दिये गये हैं कि जिन शहरों में रैन बसेरे नहीं है वहां पालीथिन शीट, टेंट आदि से अस्थायी ठिकाने बनाये जाये। इस काम में कोई कोताही न बरती जाए। इसी तरह फुटपाथों पर रात बसर करने वालों के बीच पर्याप्त संख्या में कंबल वितरण की व्यवस्था करने का भी निर्देश जारी किया गया है। कंबल की व्यवस्था समाज कल्याण विभाग करेगा। ठंड के प्रकोप से राहत के लिए रात में ऐसे सार्वजनिक स्थल जहां बड़ी संख्या में लोग एकत्र होते हैं, अलाव की व्यवस्था की जाएगी। इस काम में रिक्शा पड़ाव, टमटम पड़ाव, बस स्टेशन रेलवे स्टेशन जैसी जगहों को प्राथमिकता दी जाएगी। जिलाधिकारियों को इस बात के भी निर्देश दिये गये कि वे अलाव वाले स्थानों तथा अन्य राहत कार्यो के नियमित निरीक्षण की व्यवस्था करेंगे। इसमें वरीय प्रशासनिक अधिकारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही इस निरीक्षण की रिपोर्ट दैनिक आधार पर मुख्यालय भेजी जाएगी।