नौ और दोषियों को 10-10 साल
एक को पांच साल
45 दोषियों को चार-चार साल की सजा
शिक्षक भर्ती घोटाले में फंसे हरियाणा के चार बार मुख्यमंत्री रहे ओम प्रकाश चौटाला और उनके विधायक बेटे अजय चौटाला को की रोहणी कोर्ट ने 10-10 साल की सज़ा सुनाई है.
एक को पांच साल
45 दोषियों को चार-चार साल की सजा
शिक्षक भर्ती घोटाले में फंसे हरियाणा के चार बार मुख्यमंत्री रहे ओम प्रकाश चौटाला और उनके विधायक बेटे अजय चौटाला को की रोहणी कोर्ट ने 10-10 साल की सज़ा सुनाई है.
इन
दोनों के अलावा नौ और दोषियों को 10-10 साल, एक को पांच साल और बाकी 45
दोषियों को चार-चार साल की सजा सुनाई गई है. इस घोटाले में कुल 55 लोग
दोषी ठहराए गए थे.
दिल्ली
के रोहिणी कोर्ट की तरफ से ओमप्रकाश चौटाला को सजा सुनाए जाने के बाद उनके
समर्थक भड़क गए. कोर्ट के बाहर चौटाला समर्थकों और पुलिस के बीच जमकर
भिड़ंत हुई.
फैसला आने के बाद चौटाला समर्थक पुलिस पर पत्थर फेंकने लगे. इसके बाद पुलिस ने हंगामा रोकने के लिए जमकर लाठिया भांजी.
हरियाणा
के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला को 10 साल की सजा सुनाए जाने को
हरियाणा जनहित कांग्रेस ने इंसाफ की जीत बताया है. पार्टी के अध्यक्ष
कुलदीप बिश्नोई के मुताबिक अदालत के फैसले से साफ हो गया है कि देश में कोई
भी कानून से ऊपर नहीं है.
ओम प्रकाश चौटाला के अलावा उनका विधायक बेटा अजय चौटाला और 53 लोगों को अदालत ने जेबीटी शिक्षक भर्ती घोटाला केस में दोषी पाया था.
16 जनवरी को अदालात ने सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन तबीयत बिगड़ने के बाद ओम प्रकाश चौटाला को दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
क्या है शिक्षक भर्ती घोटाला?
गौरतलब है कि 1999-2000 में चौटाला के मुख्यमंत्री रहते हुए 3206 जूनियर बेसिक टीचरों की भर्ती हुई थी. इस समय हरियाणा में आईएनएलडी की सरकार थी और ओम प्रकाश चोटाला राज्य के मुख्यमंत्री थे.
आरोप है कि नियम-कायदों को ताक पर रखकर शिक्षकों की भर्ती की गई. केस की सुनवाई 17 दिसंबर 2012 को पूरी हो गई थी.
चौटाला समेत 55 लोगों को सीबीआई कोर्ट ने दोषी करार दिया, लेकिन तलवार उन शिक्षकों के सिर पर भी लटकने लगी है जिनकी उस समय भर्ती की गई थी.
कौन हैं ओमप्रकाश चौटाला?
ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा के ताकतवर नेताओं में से एक हैं. चार बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके ओमप्रकाश चौटाला पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल के बेटे हैं.
अभी ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा में नेता विपक्ष हैं. चौटाला की पार्टी अभी न तो यूपीए और न ही एनडीए में है. जाहिर है उनकी गिरफ्तारी से यूपीए और एनडीए दोनों को फायदा हो सकता है.
खासकर ये देखते हुए कि हरियाणा में अगले साल चुनाव होनेवाले हैं.
16 जनवरी को अदालात ने सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन तबीयत बिगड़ने के बाद ओम प्रकाश चौटाला को दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
क्या है शिक्षक भर्ती घोटाला?
गौरतलब है कि 1999-2000 में चौटाला के मुख्यमंत्री रहते हुए 3206 जूनियर बेसिक टीचरों की भर्ती हुई थी. इस समय हरियाणा में आईएनएलडी की सरकार थी और ओम प्रकाश चोटाला राज्य के मुख्यमंत्री थे.
आरोप है कि नियम-कायदों को ताक पर रखकर शिक्षकों की भर्ती की गई. केस की सुनवाई 17 दिसंबर 2012 को पूरी हो गई थी.
चौटाला समेत 55 लोगों को सीबीआई कोर्ट ने दोषी करार दिया, लेकिन तलवार उन शिक्षकों के सिर पर भी लटकने लगी है जिनकी उस समय भर्ती की गई थी.
कौन हैं ओमप्रकाश चौटाला?
ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा के ताकतवर नेताओं में से एक हैं. चार बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके ओमप्रकाश चौटाला पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल के बेटे हैं.
अभी ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा में नेता विपक्ष हैं. चौटाला की पार्टी अभी न तो यूपीए और न ही एनडीए में है. जाहिर है उनकी गिरफ्तारी से यूपीए और एनडीए दोनों को फायदा हो सकता है.
खासकर ये देखते हुए कि हरियाणा में अगले साल चुनाव होनेवाले हैं.