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उस IAS के लिये रो पड़ा बिहार और गुवाहाटी

नव-बिहार न्यूज नेटवर्क (NNN): बक्सर के दिवंगत डीएम मुकेश पांडेय का पार्थिव शरीर कल गुवाहाटी लाया गया . जहां भूतनाथ मुक्ति धाम श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. मुकेश पांडेय के पार्थिव शरीर को उनके
चाचा वीरेश पांडेय ने मुखाग्नि दी. जैसे ही मुखाग्नि दी गई गुवाहाटी और बिहार के लोगों की आंखों से आंसू निकल पड़े.

अंतिम संस्कार के दौरान उनके परिजन रोये जा रहे थे. अपनों के बिछड़ जाने का गम उनके चेहरे से साफ झलक रहा था. मुकेश का अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार काफी सादगीपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ. अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए उनके पटना स्थित ससुराल पक्ष से ससुर, साला, पत्नी और उनके घर से पिता समेत सभी सगे संबंधी भी पहुंचे थे. उनके अलावा असम में रहने वाले हिंदी भाषी लोग भी आईएएस मुकेश पांडेय के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन को पहुंचे. हर किसी के जुबान पर एक ही बातें थी देश का एक होनहार अफसर दुनिया छोड़ गया. 
बता दें कि  आईएएस मुकेश पांडेय ने दिल्ली में ख़ुदकुशी कर ली थी. उन्होंने ख़ुदकुशी से पहले सुसाइड नोट और वीडियो भी जारी किया था. उन्होंने गाजियाबाद में ट्रेन से कट कर जान दे दी थी. पुलिस ने उनका शव गाजियाबाद स्टेशन से एक किलोमीटर दूर कोटगांव के पास रेलवे ट्रैक से बरामद किया था.
वर्ष 2012 बैच के आईएएस अधिकारी मुकेश कुमार पांडेय को 31 जुलाई, 2017 को बक्सर का जिलाधिकारी बनाया गया था. बतौर जिलाधिकारी यह उनकी पहली पदस्थापना थी. इसके पहले वह बेगूसराय के बलिया अनुमंडल में एसडीएम व कटिहार में डीडीसी के पद पर सेवा दे चुके थे. मुकेश मूलतः छपरा के रहनेवाले थे. 2012 में ऑल इंडिया में 14वीं रैंक लानेवाले मुकेश कुमार पांडेय की गिनती तेज तर्रार, बेदाग और कड़क अफसर के रूप में की जाती थी. उन्हें वर्ष 2015 में संयुक्त सचिव रैंक में प्रमोशन मिला था.