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नवगछिया: राष्ट्रीय लोक अदालत में 635 मामलों का हुआ निबटारा

नवगछिया : नवगछिया व्यवहार न्यायालय में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित की गयी. जिसमें कुल 635 मामलों का निष्पादन किया गया. मामले निबटाने के लिए चार बेंच गठित की गयी थी.  
इस अदालत की पहली बेंच पर
  • एडीजे द्वितिय सुजीत कुमार सिंह, अधिवक्ता विभाष प्रसाद सिंह ने नवगछिया अनुमंडल के सभी प्रखंडों से आये एसबीआइ के क्लेम संबंधित मामलों का निष्पादन किया. एसबीआइ खरीक से 53 मामले आये, जिसमें सात लाख 54 हजार 187 रुपए की वसूली की गयी. साथ ही 15 लाख 53 हजार 900 रुपये का समझौता हुआ. एसबीआइ झंडापुर शाखा से 222 मामले आये. इनमें एक लाख 732 रुपए का वसूल हुए और एक करोड़ 41472 रुपए का सेटलमेंट हुआ. नवगछिया एसबीआइ शाखा से 116 मामले आये. तीस लाख 67100 रुपए की वसूली हुई और 51,25,505 रुपए का सेटलमेंट हुआ. बेंच एक पर ही मोटर दुर्घटना बीमा से संबंधित एक मामला आया, जिसमें पीड़िता को 17 लाख 90 हजार रुपए का दुर्घटना बीमा का चेक दिया गया.

वहीं बेंच दो पर सबजज (तृतीय) संतोष कुमार गुप्ता, अधिवक्ता प्रवीण कुमार प्रभात थे. इस पर यूको बैंक, इलाहाबाद बैंक व यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के मामले का निष्पादन किया गया. यूको बैंक से कुल 87 मामले आये, जिसमें 15 लाख 75000 रुपये की वसूली और 40 लाख 63 हजार रुपए का सेटलमेंट हुआ. यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के 14 मामले आये, जिसमे की पांच लाख 15 हजार का सेटलमेंट हुआ और 39500 रुपए की वसूली हुई.  
जबकि बेंच नंबर तीन पर एसडीजेएम प्रमोद कुमार पांडेय, अधिवक्ता रविंद्र कुमार थे. इस बेंच पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया और बिजली विभाग के मामलों का निष्पादन किया गया. बैंक ऑफ इंडिया से तीन लाख 53 हजार रुपेय का सेटलमेंट किया गया और 24,800 रुपए की वसूली हुई.  सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के 15 लाख रुपए का सेटलमेंट किया गया और 39,500 रुपए की वसूल किये गये. 
साथ ही बेंच नंबर चार पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी दीपक कुमार यादव, अधिवक्ता रजनीश कुमार थे. इसपर बिहार ग्रामीण बैंक के 60 मामले आये. 22 लाख 80 हजार 743 रुपये का सेटलमेंट हुआ और नौ लाख 46 हजार 50 रुपये की वसूली हुई.  वहीं बैंक ऑफ़ बड़ौदा के 22 मामले आये. दो लाख चार हजार 500 रुपए की वूसली हुई और 60 हजार 699 रुपये का सेटलमेंट हुआ. इस बेंच पर बिजली से संबंधित तीन मामले और एक आपराधिक मामले भी आये. इस राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने मे क्लर्क ब्रजेश चौधरी, पीएलवी केशव झा व प्रमोद कुमार का भी योगदान रहा.