पटना : बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा के पेपर लीक मामले में बिहार सरकार ने सख्ती बरतते हुए सभी चरणों की परीक्षा को रद्द कर दिया है. जानकारी के मुताबिक बीएसएससी की बाकी बची तीन और परीक्षाओं को भी रद्द कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आयोग की अनुशंसा पर मुहर लगा दी है. बीएसएससी की पांच चरणों में ली जानी थी परीक्षा, जिसमें दो चरणों की परीक्षा हो चुकी थी. बाकी तीन को भी रद्द कर दिया गया है.
वहीं दूसरी ओर बिहार कर्मचारी चयन आयोग के प्रश्नपत्र लीक मामले में विशेष जांच टीम ने आयोग के सचिव परमेश्वर राम को गिरफ्तार कर लिया है. इससे पूर्व मंगलवार को एसआइटी ने कड़ी कार्रवाई करते हुए सचिव के घर छापेमारी की थी, जिसमें संदिग्ध कागजात मिलने की बात कही जा रही थी. सूत्रों के मुताबिक विशेष जांच टीम लगातार परमेश्वर राम से पूछताछ कर रही थी और पुख्ता सबूत के हाथ लग जाने के बाद परमेश्वर राम को गिरफ्तार कर लिया. इससे पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कड़ी प्रतिक्रिया के बाद विशेष जांच टीम का गठन किया गया है. टीम ने मंगलवार इस मामले में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी भी की है.
गौरतलब हो कि बीएसएससी के पेपर लीक होने के बाद से आयोग की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो गया है. कई छात्र संगठन इसका विरोध कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने इसकी जानकारी मिलने के बाद इसपर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि इस मामले की जांच मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह और डीजीपी स्वयं करेंगे. हालांकि आयोग इस मामले में किसी तरह की चूक से इनकार कर रहा है. आयोग का कहना है कि यह सब अफवाह है. अबतक इस मामले में कई लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. जांच लगातार आगे बढ़ रही है. पुलिस से मिल रही जानकारी के मुताबिक डाटा इंट्री ऑपरेटर को भी एसआइटी ने गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही विशेष जांच टीम ने मीडिया को बताया कि सचिव परमेश्वर राम को पुलिस रिमांड पर लेगी.