भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के दिन घर व मंदिरों को सजाएं, दीपक जला उत्सव मनाएं - स्वामी आगमानंद
नव-बिहार समाचार, नवगछिया (भागलपुर)। श्री शिव शक्ति योग पीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर श्री रामचंद्राचार्य परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने 22 जनवरी को अयोध्या में हो रहे भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की चर्चा करते हुए कहा कि इस दिन को आप सभी उत्सव के रूप में मनाए। घर व मंदिरों को सजा कर दीपक जलाएं, रंगोली बनाएं, राम पर चर्चा करें। सीताराम और राम धुन संकीर्तन करें अथवा श्री रामचरितमानस, सुंदरकांड, हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें।
मौका था नवगछिया में कोसी नदी किनारे स्थित सोकचा गांव के विषहरी मंदिर में माता विषहरी की प्रतिमा का विधि विधान पूर्वक आचार्य कौशल जी द्वारा बुधवार को प्राण प्रतिष्ठा कराने का। जहां मौके पर आचार्य प्रेम शंकर भारती, कुंदन बाबा, सोनू भगत, अरविंद साहू, पप्पू भगत, मुखिया प्रतिनिधि पप्पू यादव, संजय यादव, शिक्षक जवाहर बाबू, अमरजीत सिंह, नगर परिषद नवगछिया की अध्यक्ष प्रीति कुमारी सहित सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण इत्यादि लोग मौजूद थे।
मौके पर परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने स्वरचित माता विषहरी की वंदना आरती इत्यादि से गुणगान किया साथ ही स्थानीय लोगों को माता विषहरी के पूजा का विधि विधान की जानकारी देते हुए माता विषहरी की उत्पत्ति की कथा और महासती बिहुला विषहरी के जीवन गाथा को भी बताया।
स्वामी आगमानन्द महाराज ने सबको आशीर्वाद देते हुए कहा कि आपका यह गांव कोसी के तट पर स्थित है। कोसी मैया की त्रासदी आप लोगों को परेशान करती है। इसके बावजूद आप लोग परेशान नहीं होते क्योंकि इस गांव में कई मंदिर हैं। विषहरी मंदिर में मां विषहरी की प्राण प्रतिष्ठा आज हो गई है। इससे भी आप लोगों की रक्षा होगी। यहां हनुमान मंदिर का भी निर्माण हो रहा है। यह गांव आध्यात्मिक दृष्टि से काफी उन्नत है।
साथ ही उन्होंने 22 जनवरी को अयोध्या में हो रहे भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि इस दिन को आप सभी उत्सव के रूप में मनाए। अपने अपने घर व मंदिरों को सजा कर दीपक जलाएं, रंगोली बनाएं, राम पर चर्चा करें। सीताराम और राम धुन करें अथवा रामचरितमानस, सुंदरकांड, हनुमान चालीसा का पाठ करें।