अक्षय तृतीया आज और कल भी, बाजार में होगी धन की वर्षा
नव-बिहार समाचार। वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है। अक्षय तृतीया का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इसी दिन भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। बद्रीनाथ के कपाट भी अक्षय तृतीया को ही खुलते हैं। वहीं वृदांवन में बांके बिहारी के चरण दर्शन भी इसी दिन होते हैं। इसलिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। अक्षय का अर्थ होता है जिसका क्षय न हो सके। दान पुण्य के लिए भी ये दिन बेहद महत्वपूर्ण होता है। अक्षय तृतीया इस बार 22 मार्च यानी शनिवार और 23 मार्च रविवार के दिन मनाई जाएगी। इसी दिन सूर्य और चंद्रमा अपनी उच्च की राशियों में मौजूद होंगे। यानी कि सूर्य मेष राशि में मौजूद होंगे और चंद्रमा वृषभ राशि में मौजूद होंगे।