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बिहार के SUPER-30 वाले आनंद कुमार ने KBC में जीते 25 लाख

नव-बिहार न्यूज नेटवर्क(NNN) : आज बिहार के किस गांव के बच्चे सुपर 30 ग्रुप को नहीं जानते. इसी ग्रुप के संस्थापक और संचालक हैं आनंद कुमार. जिन्हें बिहार के लोग प्रतिभा से लकदक और छात्रों की तकदीर बदलने वाले शिक्षक के रूप में जानते हैं. उनके सुपर—30 ग्रुप की सफलता के बारे में कौन नहीं जानता है. IIT की प्रवेश परीक्षा में 396 छात्रों को दाखिला दिलवा चुके आनंद कुमार शुक्रवार को महानायक अमिताभ बच्चन के साथ केबीसी में खेल रहे थे. सैकड़ों छात्रों की तकदीर बदलने वाले शिक्षक का नाम आनंद कुमार है. आनंद कुमार शुक्रवार को महानायक अमिताभ बच्चन के साथ केबीसी में खेल रहे थे. एपिसोड शुक्रवार की रात 9 बजे सोनी टीवी पर प्रसारित किया गया. उन्होंने हॉटसीट पर 25 लाख रुपए जीतने के बाद खेल को समाप्त कर दिया. उन्होंने कुल सात सवालों के जवाब दिए. इस दौरान सुपर-30 में पढ़ चुके आईआईटी छात्र अनिरुद्ध सिन्हा, अनूप कुमार, मनीष रंजन ने भी उनका सहयोग किया.

बता दें कि शिक्षा में उनके योगदान को देखते हुए आनंद को एक सेलिब्रिटी तौर पर आमंत्रित किया गया था. आनंद कुमार ने इस दौरान पढ़ाई के टिप्स भी साझा किए. अमिताभ बच्चन ने आनंद से पूछा कि सुपर 30 की स्थापना की प्रेरणा कैसे मिली और कैसे उन्होंने वंचित वर्गों के छात्रों के लिए मंच तैयार किया. आनंद कुमार से जो सवाल पूछे गए उनमें, गांधी जी का आश्रम किस नदी के किनारे स्थित है?

टाटा का पहला बिजनेस कौन था? सोनी की टीम शूट के लिए आनंद कुमार के घर पर भी गई थी. आनंद कुमार ने अपने फेसबुक पेज पर इस बारे में जानकारी देते हुए एक फोटो शेयर की है. उन्होंने लिखा है कि सदी के नायक अमिताभ बच्चन जी को मैं कैसे धन्यवाद दूं, ये मेरे लिए तय कर पाना मुश्किल हो रहा है. जिस तरह से उन्होंने “कौन बनेगा करोड़पति” में बतौर अतिथि मुझे बुलाया और सम्मान दिया, सच में मेरे लिए एक बहुत बड़ी बात थी.

अपने अनुभव के बारे में आनंद कुमार ने बताया कि उनसे बात हो रही थी और खेल चल रहा था. सवालों का दौर चल रहा था. मैं जीतता जा रहा था और कहीं रुकता तब मेरे स्टूडेंट्स मुझे आगे बढ़ा देते. इस दौरान एक-दो बार आनंद कुमार सवालों का जबाव देने में फंसे. तब उनकी मदद उनके ही एक छात्र ने की थी. आनंद कुमार ने अपने संघर्ष के बारे में भी बताया कि पिता के असमय निधन के बाद उन्होंने बड़ा कठिन दौर देखा है. उन्होंने गलियों में जाकर अपने बड़े भाई के साथ आनंद पापड़ भी बेचे हैं. उनकी मां पापड़ बनाती थीं जिसे वह गलियों में बेचते थे. वह चाहते हैं कि जो दिन उन्होंने अपनी जिन्दगी में देखे वह कोई और स्टूडेंट न देखे. बता दें कि शिक्षक आनंद कुमार की बायोपिक भी बन रही है, जिसमें रितिक रोशन लीड रोल में हैं.