पटना: कहावत पुरानी है कि कयामत आने के लिए एक पल ही काफी होता है. बिहार में जिस तरह से सत्ता ने पलटी खाई है उसे देखकर तो सिर्फ यही कहा जा सकता है. निवर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं. महागठबंधन का भविष्य अभी भी अधर में है. लेकिन इसी बीच भाजपा ने अपने विधानमंडल दल की बैठक बुलाई और नीतीश कुमार को अपने समर्थन का ऐलान कर दिया.
भाजपा विधानमंडल दल की बैठक अब समाप्त हो गई है. बैठक के बाद भाजपा ने जदयू को समर्थन का फैसला किया है. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और प्रवक्ता प्रेम कुमार के साथ ही भाजपा के सभी विधायक मौजूद थे. बैठक में मौजूद सभी भाजपा विधायकों ने फैसले के लिए इन्हीं तीनों को अधिकृत किया है. आगे क्या करना है और कैसे करना है ये केन्द्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक में तय होगा.
बैठक के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बैठक में तय किया गया है कि,’भाजपा जीरो टॉलरेंस के मुद्दे पर नीतीश कुमार के साथ है.
हम उनको समर्थन का ऐलान करते हैं. उनके नेतृत्व में हमारा पूर्ण विश्वास है. हमने फोन करके इस बात की जानकारी उन्हें दे दी है. जल्दी ही भाजपा विधायकों के समर्थन की सूचना राज्यपाल से मिलकर भी दे देगी. हम उनके नेतृत्व में सरकार में शामिल भी होंगे.’
बता दें कि जिस तरह से नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद पीएम मोदी ने उन्हें ट्वीट करके बधाई दी थी. उससे संकेत मिलने लगे थे कि भाजपा पहले से ही नीतीश कुमार के संपर्क में थी. आनन—फानन में बुलाई गई भाजपा की बैठक के बाद जिस तरह से समर्थन देने का फैसला लिया गया है. उससे अभी से संकेत मिलने लगे हैं कि ये बात जो निकली है वह दूर तलक जाएगी. बता दें कि अभी भी दिल्ली में जदयू महासचिव केसी त्यागी ने भी कह दिया है कि लालू और उनकी पार्टी अब हमारे लिए अछूत है.