पटना/ नईदिल्ली: बिहार की महागठबंधन सरकार में लंबे समय से चल रहे विवाद के कारण आखिरकार सीएम नीतीश कुमार ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इस्तीफा सौंपने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर नीतीश कुमार को बधाई दी है. तो वहीं एनडीए और बीजेपी के नेताओं की प्रतिक्रियाएं तेज हो गई है.
सबसे पहले पीएम मोदी ने बधाई दी. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में जुडऩे के लिए नीतीश कुमार को बहुत-बहुत बधाई. सवा सौ करोड़ नागरिक ईमानदारी का स्वागत और समर्थन कर रहे हैं. देश के, विशेष रूप से बिहार के उज्जवल भविष्य के लिए राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर भ्रष्टाचार के खिलाफएक होकर लडऩा आज देश और समय की मांग है.
वहीं नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह डर का गठबंधन था. अब नीतीश जी ने एक बड़ा फैसला ले लिया है. इसके बाद आगे का रास्ता भी उन्हीं को तय करना है. नीतीश कुमार 8 साल तक हमारे साथ रहे. हमने उन्हें नहीं छोड़ा है. वे हमें छोड़कर गये थे. हमें नीतीश जी के अगले कदम का इंतजार है. लालू जी और नीतीश जी का गठबंधन बेमेल था.
उधर आरएलएसपी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने कहा कि नीतीश जी ने इसलिए इस्तीफा दिया कि तेजस्वी ने इस्तीफा नहीं दिया है. ये उन लोगों का अंदरूनी मामला है. कल तक वेट कीजिए, जो होगा जो सामने होगा. एक बार यह पता चल जाये कि नीतीश कुमार आगे क्या कदम उठायेंगे इसके बाद हम कदम उठायेंगे.
इधर नीतीश कुमार के इस्तीफे पर रालोसपा सांसद चिराग पासवान ने भी सीएम नीतीश कुमार को बधाई दी है. उन्होंने कहा है कि यह तो होना ही था. लालू प्रसाद पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद जैसे आपराधिक व्यक्ति के साथ सरकार चलाना मुश्किल है.
नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद बिहार के भाजपा नेता सुशील मोदी ने भी नीतीश कुमार के इस्तीफे का स्वागत करते हुए कहा कि हमें खुशी है कि जदयू ने भ्रष्टाचार से समझौता नहीं किया और राजद के दबाव में नहीं आये.
इधर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि नीतीश कुमार ने कभी संघमुक्त भारत का नारा दिया था. अब पता नहीं क्या हो गया है. तेजस्वी यादव के मुद्दे पर कहा कि सफाई उचित प्लेटफॉर्म पर देंगे. नीतीश को क्यों इस्तीफा देते. नीतीश कुमार हत्या के आरोपित हैं. भारत का एक मुख्यमंत्री हत्या के आरोप में नामित है और उसके खिलाफ संज्ञान लिया जा चुका है. अगर ‘जीरो टॉलरेंस’ है तो वे मुख्यमंत्री कैसे थे.
वहीं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने कहा कि हम नीतीश कुमार के इस्तीफे का स्वागत करते हैं। वे हमारे साथ आकर सरकार बनायें.
नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद कांग्रेस को सबसे बड़ा घाटा होता दिख रहा है. कांग्रेस अभी भी सुलह के मूड में दिख रही है. कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि महागठबंधन को बिहार की जनता ने चुना है. हमारी सरकार बिहार की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरी है. अगर कोई विवाद है तो उसे सुलझा लिया जाना चाहिए.