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खगड़िया : 8वें  गुरु पूर्णिमा की तैयारियां जोरों पर

नव-बिहार समाचार, नवगछिया/ खगड़िया : इस वर्ष हिन्दू पंचांग के अनुसार गुरु पूर्णिमा पर्व 9 जूलाई को मनाया जाएगा। जीवन में गुरु एवं शिष्य के महत्व को आने वाले पीढ़ी को बताने के लिए यह दिन काफी आदर्श माना जाता है। गुरु का आशीर्वाद
सर्वाधिक कल्याणकारी व ज्ञानवर्धक होता है। यह पर्व संस्कृत के प्रकांड विद्वान चारों वेदों के रचयिता महर्षि वेद व्यास जी को समर्पित है।
वेद व्यास जी का जन्म आषाढ़ पूर्णिमा के दिन ही हुआ था । उनके सम्मान में आषाढ़ माह की पूर्णिमा को यह पर्व भारत में धूम धाम से मनाया जाता हैं। इसलिये ही आषाढ़ माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहते हैं। अंग की धरती पर अवतरण लिए परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज जिन्होंने घर घर में आध्यात्मिक की दीप जलाकर लोगों को भगवान नाम का रस पान करा रहे हैं । स्वामी जी आध्यात्मिक,धार्मिक ,समाजिक कार्यों में लोगों को जोड़ कर सैकड़ों गांवों में एक सुन्दर सा परिवार बना दिए हैं। स्वामी जी द्वारा  श्रीशिवशक्ति योगपीठ नवगछिया भागलपुर का निर्माण किया गया है। जिसमें लाखों की संख्या में लोग जुड़े हुए हैं।
सात वर्षों से श्रीशिवशक्ति योगपीठ नवगछिया द्वारा गुरु पूर्णिमा महोत्सव अंग की धरती पर मनाते आ रहे हैं। इस वर्ष खगडिया की धरती कोसी की आँचल में कोसी महाविद्यालय के प्रागंण में गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाने की तैयारियों में लोग जुट गए हैं। गुरु पूर्णिमा महोत्सव में लगभग पच्चीस हजार की संख्या में महिला एवं पुरुष भक्त गण शामिल होते हैं। गुरु एवं शिष्य की अनुपम छटा देखने को मिलती हैं। श्रीशिवशक्ति योगपीठ नवगछिया के द्वारा बेहतर तरीके से व्यवस्था की जाती हैं। चारों तरफ रंग बिरंगे फूलों की पंखुड़ियों से सुसज्जित मंच देखकर लोग आनंदित हो जाते हैं। वहीं आसन पर बैठकर स्वामी जी प्रत्येक शिष्यों को आशीर्वाद के साथ प्रसाद देते हैं। संध्या के समय स्वामी जी अपने मुखारबिंद से शिष्यों को आशीर्वचन देते हैं। गुरु पूर्णिमा के दिन कोसी की धरती पर गुरु शिष्य  मिलन का एक अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। दिन भर संगीत कलाकार अपने भक्ति संगीत से लोगों को झूमने पर मजबूर कर देते हैं।