लाइव सिटीज/ पटना. भाजपा द्वारा सूबे के विभिन्न जिलों में ऑफिस के लिए जमीन खरीदने के मामले पर राजनीति गरम होती जा रही है. जदयू नेताओं ने रविवार को एक बार फिर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई भाजपा नेताओं पर जमीन खरीद मामले में धांधली का आरोप लगाया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद जदयू प्रवक्ता संजय सिंह और नीरज कुमार ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता संजीव चौरसिया और दिलीप जायसवाल ने जमीन खरीद में दो-दो पैन नंबर का इस्तेमाल किया है, जो नियमों का सरासर उल्लंघन है.
पैन नंबर में विभिन्नता से गड़बड़ी के संकेत
जदयू ने दस्तावेजों के हवाले से कहा कि बांका में जमीन खरीद के दस्तावेज (डीड न0 4761 तारीख 16.4.2016) में PAN संख्या – AAABB0157 F दर्ज है, जो बीजेपी का पैन नंबर है, मगर भागलपुर डीड न0 11279, कटिहार डीड न0 13618, सहरसा डीड न0 7662 व लखीसराय डीड न0 3587 में दिलीप जायसवाल का निजी पैन नंबर AACDPJ77785 दर्ज कराया है.
इस पर जदयू पार्षद नीरज कुमार ने कहा, ‘वाह रे भाजपा…. चार सेल डीड में माननीय दिलीप जायसवाल का निजी पैन नं एवं एक सेल डीड में बीजेपी का पैन न. दर्ज कराया गया है, अब सवाल उठता है कि इसके पीछे मंशा क्या है ? पार्टी की संपत्ति की खरीद में अपना पैन न0 का ज्यादा इस्तेमाल किया है.’
पार्टी ने अपनी बात के समर्थन में बाकायदा दस्तावेज जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि भाजपा ने कई जिलों में नगद भुगतान किया है.
ये जिले में हुई खरीदारी पर उठ रहे सवाल
अररिया : 495000/ रू डीड न0- 10141, तारीख 20.9.2016
अरवल : 2507000/ रू डीड न0- 3957 तारीख 19.09.2016
अरवल : 798000/ रू डीड न0- 2955 तारीख 19.09.2016
बगहा : 6600000/ रू डीड न0- 6993 तारीख 5.10.2016
कैमूर : 4875000/ रू डीड न0- 5608 तारीख 7.9.2016
शेखपुरा : 490000/ रू डीड न0- 10451 तारीख 13.10.2016
सीतामढ़ी : 1780000/ रू डीड न0- 7368 तारीख 18.10.2016
जदयू ने अगली सूची में उन जिलों का नाम बताया है, जिनमें भुगतान की प्रक्रिया स्पष्ट नहीं है. ये जिले निम्न हैं :
औरंगाबाद : 8410000/ रू डीड न0- 11035 तारीख 3.9.2016
लखीसराय : 6013000/ रू डीड न0- 3587 तारीख 6.9.2016
मधेपुरा : 4900000/ रू डीड न0- 7874 तारीख 14.9.2016
मुजफ्फरपुर: 7500000/ रू डीड न0- 8737 तारीख 4.5.2016
सहरसा : 4300000/ रू डीड न0 – 7662 तारीख 10.8.2016
सारण : 4890000/ रू डीड न0- 5443 तारीख 9.6.2016
शेखपुरा : 1980000/ रू डीड न0- 5647 दिनांक 8.9.2016
सीवान : 520000/ रू डीड न0- 10037 तारीख 30.9.2016
सीवान : 3300000/ रू डीड न0 – 9585 तारीख 20.9.2016
सुपौल : 6620000/ रू डीड न0- 2529 तारीख 22.04.2016
जदयू ने आरोप लगाया कि पार्टी ने जमीन खरीद के तमाम दस्तावेजों में क्रेता के रूप में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, 11 अशोका रोड, नई दिल्ली का नाम पता दर्ज है, लेकिन डीड न0 10451, तारीख 13.10.2016 में क्रेता का नाम लालबाबू प्रसाद, जिला पश्चिम चंपारण दर्ज है. क्या यह फर्जीवाड़ा है ?
जदयू प्रवक्ता संजय सिंह व नीरज कुमार ने यह भी कहा कि बीजेपी ने 16.2.2016 को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बिहार भाजपा को अधिकृत किया, लेकिन भाजपा ने 31 विक्रय पत्रों में केवल 11 विक्रय पत्रों में राष्ट्रीय अध्यक्ष का अधिकृत पत्र संलग्न किया, शेष 20 विक्रय पत्रों में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अधिकृत पत्र को संलग्न करना मुनासिब नहीं समझा. यह पारदर्शिता का अनोखा नमूना है.
पार्टी ने इसके आधार पर सवाल उठाये हैं कि :
— भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी की संपति खरीदने के लिए अधिकृत पत्र तो दिया लेकिन दिल्ली के किस बैंक खाते से पैसा बिहार भेजा गया?
— बिहार में किस खाते में जमीन खरीदी के लिए पैसा आया?
— बिहार के विभिन्न जिलों में जमीन खरीदी के लिए पैसा किस बैंक खाते में भेजा गया?
— भाजपा के लिए जमीन खरीदनी थी तो पश्चिम चंपारण में व्यक्तिगत जमीन की खरीदी क्यों की गई?
— बिहार में पार्टी की संपति खरीदने के लिए इतना बड़ा निवेश हुआ तो इसका आर्थिक स्रोत क्या है?