लाइव सिटीज डेस्क/पटना : बिहार में बीजेपी नेताओं द्वारा नोटबंदी के पहले जमीन खरीद मामले में जांच शुरू हो गयी गयी है. बिहार सरकार ने बीते दिनों मामले को लेकर उठे विवादों को विराम देने के लिए जांच का आदेश दिया है. इस बारे में बिहार के निबंधन मंत्री अब्दूल जलील मस्तान ने बताया कि विभाग की ओर से जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. बीजेपी नेताओं ने जिन-जिन इलाकों में जमीन खरीदी है, वहां से कागजात मंगवाएं जा रहे हैं. साथ ही बिहार के सभी जिलों से जमीन रजिस्ट्री का विवरण भी मंगाया जा रहा है.
मस्तान ने बताता कि अब तक सात जिलों से बीजेपी द्वारा खरीदी गई जमीन के कागजात उपलब्ध हो गए हैं. सभी जिलों से कागजात मंगानें के बाद इसकी समीक्षा की जाएगी. बाद आगे की कार्रवाई कि जायेगी. मामले को लेकर राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री मदन मोहन झा ने कहा कि निबंधन विभाग जांच में जुटी है, वहां से एक बार जांच प्रक्रिया पूरी हो जाती है, उसके बाद हमारे विभाग की ओर से किया जाएगा.
बताते चलें जमीन खरीद की जांच की मांग को लेकर युवा कांग्रेस के अध्यक्ष 48 घंटों से अनशन पर बैठे थे. जब मंत्रियों ने जांच का आश्वासन दिया तो युवा कांग्रेसियों ने अनशन तोड़ा. पत्रकारों के इस सवाल पर कि क्या आपके कांग्रेसी होने के कारण या फिर मंत्री के नाते कागजात मंगाए हैं तो उन्होंने कि रजिस्ट्री की प्रक्रिया के तहत कागजात मंगाए गये हैं. इस बारे में मदन मोहन झा ने कहा कि जिस तरह से बीजेपी नेताओं ने नोटबंदी के ठीक कुछ दिन पहले जमीन खरीदी है उससे यह साफ़ प्रतीत होता है कि मामला गड़बड़ है. रजिस्ट्री का शुल्क भी कैश में दिया गया है.