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भागलपुर के एक स्कूली हॉस्टल से भागे 17 बच्चे, वापस लौटे तो मिली राहत



भागलपुर के तिलकामांझी थाना क्षेत्र अंतर्गत जवारीपुर स्थित न्यू ब्रिलिएंट चाइल्ड स्कूल के 17 बच्चों ने शुक्रवार को प्रशासन की नींद उड़ा दी। स्कूल के हॉस्टल से गुरुवार की मध्य रात डेढ़ बजे 17 बच्चे भाग निकले। जिसमें नवगछिया के भी कई बच्चे शामिल थे। यद्यपि शाम होते-होते सभी बच्चे सकुशल लौट आए। बच्चों के सुरक्षित आने पर प्रशासन, अभिभावकों व स्कूल प्रबंधन ने राहत की सांस ली। बच्चों ने बताया कि वे यहां से भागकर कहलगांव चले गए थे। स्कूल में रोज-रोज होने वाली पिटाई व डांट से वे त्रस्त थे। बच्चे तीन मंजिले हॉस्टल के ग्राउंड फ्लोर के हाल की टूटी खिड़की से निकल कर भागे थे। स्कूल से भागे बच्चों में कुछ नवगछिया, मधेपुरा, खगड़िया, पूर्णिया, बांका और मुंगेर के निवासी हैं। भागे बच्चों में से कुछ पूर्व में भी स्कूल से भाग चुके थे। बच्चों के भागने की जानकारी सुरक्षा गार्ड मुनीलाल साह को तब लगी जब शुक्रवार को तड़के एक अन्य छात्र संदीप कुमार अपने जूते लेकर निकलने की कोशिश कर रहा था। संदीप नौवीं कक्षा का छात्र है। गार्ड और संस्थान के निदेशक ने जब संदीप से पूछताछ की तब उन्हें बच्चों के भागने की जानकारी मिली। इस पर स्कूल के निदेशक संजय कुमार पासवान ने घटना की जानकारी तिलकामांझी पुलिस को दी।
जानकारी मिलने पर सिटी डीएसपी वीणा कुमारी और तिलकामांझी थानाध्यक्ष सुचित कुमार तत्काल स्कूल के हॉस्टल पहुंचे। निदेशक व गार्ड से पूछताछ की। निदेशक ने सिटी डीएसपी को बताया कि 28 जनवरी से स्कूल में परीक्षाएं होनी हैं। परीक्षा की तैयारी में लापरवाही बरतने के कारण गुरुवार की दोपहर स्कूल से भागे बच्चों को डांट पड़ी थी। स्कूल के निदेशक पासवान ने अंदेशा जताया कि डांट के डर से ही बच्चे भाग गए। पासवान ने बताया कि हॉस्टल तीन मंजिला है। इसमें 120 छात्रों के रहने की व्यवस्था है। पहली मंजिल पर 60 सीनियर बच्चे रहते हैं। दूसरी मंजिल पर 60 जूनियर बच्चों के रहने की व्यवस्था है। रात में सुरक्षा गार्ड हॉस्टल में भ्रमण करता रहता है। पासवान के अनुसार बच्चों के लिए हॉस्टल में व्यवस्था बेहतर है। बच्चों को कोई परेशानी नहीं थी।
हॉस्टल से बच्चों के भागने की जानकारी मिलने पर अभिभावकों का जत्था हॉस्टल पहुंच गया। वहां हंगामा मचाया। स्कूल के निदेशक और शिक्षकों से उनकी गर्मागर्म बहस भी हुई। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन बच्चों के प्रति लापरवाह था। कुछ बच्चों की माताओं ने सिटी डीएसपी और निदेशक से रो-रोकर बच्चों को तलाशने की गुहार लगाई।
इस बीच शुक्रवार को पुलिस ने बच्चों की खोज में कुप्पा घाट आश्रम, स्टेशन, डिक्शन मोड़ बस स्टैंड, जीरो माइल बस स्टैंड, तिलकामांझी बस स्टैंड, सैंडिस कंपाउंड, जयप्रकाश उद्यान और लोदीपुर इलाके में कुछ जगहों पर खोजबीन की।
बच्चों के लापता होने की जानकारी वायरलेस के जरिए जिले के सभी थानाध्यक्षों को दी गई। बच्चों की बरामदगी के लिए नवगछिया, मुंगेर, बांका, मधेपुरा, पूर्णिया, खगड़िया के एसपी से भी संपर्क किया गया। बच्चों की फोटो भी कुछ थानों को उपलब्ध कराई गई। बच्चों की बरामदगी के लिए पुलिस की एक स्पेशल टीम भी नवगछिया और आसपास के इलाकों में भेजी गई थी।
ये बच्चे हुए थे गायब
नाम निवासी कक्षा
1-सौरभ कुमार- मधेपुरा- नौ
2-ज्योति प्रकाश- पूर्णिया- नौ
3-रोहन कुमार- तिलकामांझी, भागलपुर- नौ
4-संजीव कुमार-मिरजानहाट, भागलपुर - नौ
5-प्रिंस कुमार-खगड़िया- आठ
6-नीतीश कुमार-मधेपुरा- आठ
7-देवव्रत कुमार-मुंगेर- सात
8-वेद प्रकाश-कदवा, पूर्णिया-आठ
9-अमित कुमार- खरीक, नवगछिया-सात
10-हिमालय कुमार-मधेपुरा-सात
11-मनीष कुमार-मुंगेर- सात
12-अंकित कुमार- मुंगेर-सात
13-सोनू कुमार-परबत्ता, नवगछिया- छह
14-नीतीश कुमार-बांका-छह
15-गौतम कुमार-पूर्णिया-सात
16-हिमांशु कुमार-नवगछिया-सात
17-हिमांशु गुप्ता-नारायणपुर, नवगछिया-आठ