भागलपुर के जिला पदाधिकारी प्रेम सिंह मीणा ने नवगछिया के पुलिस अधीक्षक को मनरेगा में अनियमितता के आरोपी कौशकीपुर सहौरा के मुखिया मुक्तिनाथ सिंह, पंचायत रोजगार सेवक रिजवान अहमद और रंगरा के कार्यक्रम पदाधिकारी (पीओ) रंजन कुमार रत्नाकर को गिरफ्तार कर शीघ्र सूचित करने का निर्देश दिया है।
इनके विरुद्ध रंगरा थाना में कांड संख्या 272/13 दर्ज किया गया है। चार महीने बीत जाने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी रंगरा पुलिस नहीं की है। मामला मनरेगा में 6 लाख 27 हजार 500 रुपये की अवैध निकासी का है। उधर, रंगरा के विनोद महतो ने डीएम को रंगरा पुलिस द्वारा गिरफ्तार नहीं किए जाने के संबंध में आवेदन दिया है। आवेदन में कहा गया कि मनरेगा मजदूरों का रुपया भी गबन कर लिया गया है। उन्होंने कहा है कि गवाहों को डराया धमकाया जा रहा है।
इस मामले में प्राप्त शिकायत के बाद वरीय उप समाहर्ता संजीव कुमार ने जांच की थी। जांच में पाया गया कि मस्टर रॉल और एमबी जारी नहीं हुआ और पैसे की निकासी कर ली गई। वरीय उप समाहर्ता ने 12 अक्टूबर 2012 को जांच की थी और डीएम के निर्देश पर 27 जुलाई को मुकदमा दर्ज हुआ था। प्राथमिकी रंगरा के प्रखंड विकास पदाधिकारी ने दर्ज करायी थी। जांच पदाधिकारी ने बताया कि योजना संख्या-4/11-12 में 6 लाख 27 हजार 500 रुपये की अवैध निकासी की गई थी। जांच में तीनों को गबन का दोषी माना गया। तीनों से 2 लाख 09 हजार 166 रुपये की वसूली करने का भी आदेश दिया गया था। राशि नहीं देने पर नीलाम पत्र वाद का मुकदमा चलाने को कहा गया था।