पटना में
प्याज की कीमतें सौ रुपए प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के
बीच केंद्र सरकार ने इसकी जमाखोरी करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई
करने का राज्य सरकारों से आग्रह करते हुए कहा कि कीमतों को नियंत्रित करने
के उद्देश्य से जरूरत पड़ने पर इसका आयात किया जा सकता है।
वाणिज्य
एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि प्याज की कीमतों
को नियंत्रित करने के उद्देश्य से अगर ऐसा प्रस्ताव आता है तो जरूरतों के
अनुरूप मांग पूरी करने के लिए हम प्याज का आयात कर सकते है।
राजधानी
दिल्ली सहित देश के अधिकांश हिस्से में प्याज की कीमत औसतन 90 रुपए प्रति
किलोग्राम पर पहुंच चुकी है। पिछले चार महीने में प्याज की कीमतें चार गुना
बढ़ चुकी है। उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति बहुत चिंता का विषय है। लेकिन
इसमें खाद्य पदार्थों और सब्जियों की वजह से बढ़ोतरी होती है। हालांकि
उन्होंने इस बढ़ोतरी को अस्थाई बताते हुए कहा कि यह सीजनल मामला है और यह
नीचे आ जाएगा।
शर्मा
ने कहा कि जहां तक प्याज का सवाल है तो देश में इसका पर्याप्त भंडार है और
राज्य सरकारों को जमाखोरों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि
इस तरह से इसकी कीमतों में कृत्रिम तरीके से बढ़ोतरी की जाती है। उन्होंने
हाल ही में प्याज की कीमतों में आई तेजी के लिए जमाखोरों को दोषी ठहराया
है। उन्होंने कहा कि दिसंबर के अंत तक नई प्याज आने पर इसकी कीमतों में
नरमी आएगी।