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नवगछिया और भागलपुर में भी शुरू हो गयी मंत्री पद की कयासबाजी

विधानसभा में नीतीश सरकार के विश्‍वास मत हासिल करने के बाद अब मंत्री बनने की रेस और कयासबाजी शुरू हो गयी है. कांग्रेस द्वारा सरकार का सर्मथन करने के बाद यह कयासबाजी शुरू हो गयी है कि पार्टी सरकार में
शामिल होगी. राजद से उसकी दोस्ती समाप्त हो चुकी है. कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह भागलपुर के कहलगांव से विधायक हैं जबकि दो अररिया व एक पूर्णिया जिले से आते हैं. जदयू के भी कई विधायक मंत्री बनने का मंसूबा पाले हुए हैं. कई विधायकों के सर्मथकों ने तो इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है.
भाजपा से दोस्ती समाप्त होने के बाद जदयू ने विधानसभा में विश्‍वासमत भी हासिल कर लिया. विश्‍वासमत हासिल करने के बाद कोसी व पूर्व बिहार के इलाके से आनेवाले जदयू के विधायकों में मंत्री बनने की रेस शुरू हो गयी. कई विधायक येन-केन-प्रकारेण अपनी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचा रहे हैं. हालांकि मंत्रिपरिषद के विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री ने अभी तक कोई संकेत नहीं दिये हैं.
पूर्व की स्थिति को देखा जाये तो इस इलाके से आनेवाले दो लोग मंत्री पद से हटे हैं और दोनों भाजपा कोटे से थे. अभी इस क्षेत्र से पांच लोग नरेंद्र सिंह और दामोदर रावत जमुई , रेणु कुशवाहा और नरेंद्र नारायण यादव मधेपुरा व विजेन्द्र यादव सुपौल से आते हैं. कांग्रेस ने नीतीश सरकार का सर्मथन किया है. सर्मथन के कारणों पर लोग कयासबाजी लगा रहे रहे हैं. कांग्रेस के कुल चार विधायकों में दो किशनगंज जिले और एक-एक भागलपुर और पूर्णिया जिले से आते हैं. कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह कहलगांव के विधायक हैं. वह विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं. श्री सिंह कहते हैं कि आलाकमान के निर्देश पर नीतीश सरकार का सर्मथन किया है. इधर कयासबाजी शुरू हो गयी कि सर्मथन के एवज में कांग्रेस को सरकार में जगह मिल सकती है. अगर ऐसा होता है तो सदानंद सिंह का मंत्री बनना तय माना जा रहा है. गोपालपुर से जदयू के विधायक गोपाल मंडल के बारे में भी मंत्री बनने की चर्चा है. उनके सर्मथकों ने तो उनके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय भी फिक्स कर दिया है. सुल्तानगंज के विधायक सुबोध राय के नाम की भी चर्चा है. चर्चा है जमालपुर के विधायक शैलेश कुमार भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. बलरामपुर के निर्दलीय विधायक दुलालचंद गोस्वामी ने भी सरकार का सर्मथन दिया है. उम्मीद है कि वे भी मंत्रिमंडल में स्थान पा सकते हैं. बहरहाल इधर राजनीतिक हलकों में चर्चा है पहले सरकार को बनानेवालों को उपकृत किया जायेगा. उसके बाद जदयू के लोगों को जगह मिल सकती है.