देश के सबसे बड़े एम्प्लॉयर
इंडियन रेलवे के कर्मचारी 39 साल बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने वाले
हैं। अक्टूबर में प्रस्तावित इस हड़ताल में रेलवे के करीब 14 लाख कर्मचारी
भाग लेंगे। रेलवे की सबसे बड़ी यूनियन
ऑल इन्डिया रेलवेमेन्ज़ फेडरेशन (एआईआरएफ) ने इस हड़ताल का आह्वान किया है। माना जा रहा है कि इस हड़ताल से यात्रियों को भारी असुविधा और रेलवे को काफी नुकसान होगा।
इससे पहले 1974 में एआईआरएफ ने जॉर्ज फर्नांडिस की अगुआई में हड़ताल की थी, जिसके बाद केंद्र सरकार ने देश में इमरजेंसी लगा दी थी।
एआईआरएफ के जनरल सेक्रेटरी शिव गोपाल मिश्रा के अनुसार रेलवेकर्मियों ने सरकार से इस बार कोई नई मांग नहीं की है, लेकिन पे कमिशन के रेकमंडेशन के आधार पर सरकार ने जो वादे किए थे उन्हें पूरा करने में वह असमर्थ रही है, जिससे कर्मचारी नाराज हैं और इसीलिए हड़ताल पर जाएंगे।
ऑल इन्डिया रेलवेमेन्ज़ फेडरेशन (एआईआरएफ) ने इस हड़ताल का आह्वान किया है। माना जा रहा है कि इस हड़ताल से यात्रियों को भारी असुविधा और रेलवे को काफी नुकसान होगा।
इससे पहले 1974 में एआईआरएफ ने जॉर्ज फर्नांडिस की अगुआई में हड़ताल की थी, जिसके बाद केंद्र सरकार ने देश में इमरजेंसी लगा दी थी।
एआईआरएफ के जनरल सेक्रेटरी शिव गोपाल मिश्रा के अनुसार रेलवेकर्मियों ने सरकार से इस बार कोई नई मांग नहीं की है, लेकिन पे कमिशन के रेकमंडेशन के आधार पर सरकार ने जो वादे किए थे उन्हें पूरा करने में वह असमर्थ रही है, जिससे कर्मचारी नाराज हैं और इसीलिए हड़ताल पर जाएंगे।