मैट्रिक परीक्षा के दूसरे दिन गुरुवार को कई जिलों के
विभिन्न परीक्षा केंद्रों से 116 परीक्षार्थी कदाचार के आरोप में निष्कासित
किए गए। इस दौरान बांका से
एक, जमुई से तीन, लखीसराय से चार, खगडि़या से तीन, सहरसा से एक, भागलपुर से
एक, पूर्णिया से आठ, मधेपुरा से 75, कटिहार से एक, मुंगेर से 18 व सुपौल से एक छात्र को निष्कासित किये जाने का समाचार है । कई अभिभावकों को भी कदाचार कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। परीक्षा के दौरान सबसे अधिक सख्ती मधेपुरा में रही। अररिया से किसी भी परीक्षार्थी को निष्कासित नहीं किया गया।
भागलपुर जिले में कुल 48 केंद्रों पर हुई परीक्षा में 37,273 परीक्षार्थी शामिल हुए व 426 अनुपस्थित रहे। दूसरी पाली में आयोजित समाजिक विज्ञान की परीक्षा में टीएनबी कॉलेज केंद्र से एक परीक्षार्थी को निष्कासित किया गया। परीक्षा संचालन के दौरान सदर अनुमंडलाधिकारी सुनील कुमार ने लगभग आधा दर्जन परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कई केंद्रों पर अधिक उम्र के परीक्षार्थियों को देख उनके हस्ताक्षर का मिलान करवाया और केंद्राधीक्षक व केंद्र पर मौजूद दंडाधिकारी को इस तरह के मामले को गंभीरते से देखने का निर्देश भी दिया। बांका के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर कुल 24,000 परीक्षार्थी दूसरे दिन की परीक्षा में शामिल हुए व 250 अनुपस्थित रहे। डीएन सिंह कॉलेज भूसिया रजौन में एक परीक्षार्थी निष्काषित किया गया। जमुई में परीक्षा के दौरान जिला मुख्यालय के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों से 44 अभिभावकों व परीक्षार्थियों को हिरासत में लिया गया। कुल तीन छात्र निष्कासित किए गए। लखीसराय के 23 परीक्षा केन्द्रों पर कुल चार परीक्षार्थियों को कदाचार के आरोप में निष्कासित किया गया। परीक्षा में कुल 16,765 में से 16,481 परीक्षार्थी उपस्थित हुए। खगड़िया शहर के दो परीक्षा केन्द्रों पर तीन छात्रों को कदाचार में संलिप्त पाए जाने के आरोप में परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया है। वहीं गोगरी में आठ व महेशखूंट में एक अभिभावक को कदाचार में संलिप्त पाए जाने पर हिरासत में लिया गया है। डीपीएस महेशखूंट केन्द्र पर एक फर्जी परीक्षार्थी भी पकड़ा गया है।
सहरसा में कदाचार कराने के आरोप में बीस अभिभावकों को गिरफ्तार किया गया जबकि एक परीक्षार्थी को निष्कासित किया गया। प्रशासनिक सख्ती के बावजूद कई केन्द्रों पर कदाचार का बोलबाला रहा। मधेपुरा में कुल 92 अभिभावक व परीक्षार्थी गिरफ्तार किए गए। अररिया के चालीस परीक्षा केन्द्रों पर 20659 परीक्षार्थियों में 237 अनुपस्थित थे। पूर्णिया में कुल 23,478 परीक्षार्थी उपस्थित रहे जबकि 206 परीक्षार्थी अनुपस्थित थे। यहां से कुल आठ परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया। बनमनखी से सात व बायसी से एक परीक्षार्थी निष्कासित हुआ।
कटिहार जिले में केबी झा कॉलेज में कदाचार के आरोप में कोढ़ा के एक छात्र को परीक्षा से निष्कासित किया गया। सुपौल में भी निर्मली के परीक्षा केंद्र से कदाचार के आरोप में एक छात्र को निष्कासित कर उससे जुर्माना वसूला गया। दूसरे दिन की परीक्षा में यहां 108 छात्र अनुपस्थित रहे।
मुंगेर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर 18 परीक्षार्थी परीक्षा से निष्कासित किए गए। यहां के तारापुर से 11 अभिभावकों को कदाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया। मुंगेर से सात, हवेली खड़गपुर से दो एवं तारापुर अनुमंडल से नौ परीक्षार्थी निष्कासित किए गए हैं। किशनगंज के 15 परीक्षा केंद्रों पर कुल 9,560 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। 174 विद्यार्थी परीक्षा से अनुपस्थित रहे।
एक, पूर्णिया से आठ, मधेपुरा से 75, कटिहार से एक, मुंगेर से 18 व सुपौल से एक छात्र को निष्कासित किये जाने का समाचार है । कई अभिभावकों को भी कदाचार कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। परीक्षा के दौरान सबसे अधिक सख्ती मधेपुरा में रही। अररिया से किसी भी परीक्षार्थी को निष्कासित नहीं किया गया।
भागलपुर जिले में कुल 48 केंद्रों पर हुई परीक्षा में 37,273 परीक्षार्थी शामिल हुए व 426 अनुपस्थित रहे। दूसरी पाली में आयोजित समाजिक विज्ञान की परीक्षा में टीएनबी कॉलेज केंद्र से एक परीक्षार्थी को निष्कासित किया गया। परीक्षा संचालन के दौरान सदर अनुमंडलाधिकारी सुनील कुमार ने लगभग आधा दर्जन परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कई केंद्रों पर अधिक उम्र के परीक्षार्थियों को देख उनके हस्ताक्षर का मिलान करवाया और केंद्राधीक्षक व केंद्र पर मौजूद दंडाधिकारी को इस तरह के मामले को गंभीरते से देखने का निर्देश भी दिया। बांका के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर कुल 24,000 परीक्षार्थी दूसरे दिन की परीक्षा में शामिल हुए व 250 अनुपस्थित रहे। डीएन सिंह कॉलेज भूसिया रजौन में एक परीक्षार्थी निष्काषित किया गया। जमुई में परीक्षा के दौरान जिला मुख्यालय के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों से 44 अभिभावकों व परीक्षार्थियों को हिरासत में लिया गया। कुल तीन छात्र निष्कासित किए गए। लखीसराय के 23 परीक्षा केन्द्रों पर कुल चार परीक्षार्थियों को कदाचार के आरोप में निष्कासित किया गया। परीक्षा में कुल 16,765 में से 16,481 परीक्षार्थी उपस्थित हुए। खगड़िया शहर के दो परीक्षा केन्द्रों पर तीन छात्रों को कदाचार में संलिप्त पाए जाने के आरोप में परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया है। वहीं गोगरी में आठ व महेशखूंट में एक अभिभावक को कदाचार में संलिप्त पाए जाने पर हिरासत में लिया गया है। डीपीएस महेशखूंट केन्द्र पर एक फर्जी परीक्षार्थी भी पकड़ा गया है।
सहरसा में कदाचार कराने के आरोप में बीस अभिभावकों को गिरफ्तार किया गया जबकि एक परीक्षार्थी को निष्कासित किया गया। प्रशासनिक सख्ती के बावजूद कई केन्द्रों पर कदाचार का बोलबाला रहा। मधेपुरा में कुल 92 अभिभावक व परीक्षार्थी गिरफ्तार किए गए। अररिया के चालीस परीक्षा केन्द्रों पर 20659 परीक्षार्थियों में 237 अनुपस्थित थे। पूर्णिया में कुल 23,478 परीक्षार्थी उपस्थित रहे जबकि 206 परीक्षार्थी अनुपस्थित थे। यहां से कुल आठ परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया। बनमनखी से सात व बायसी से एक परीक्षार्थी निष्कासित हुआ।
कटिहार जिले में केबी झा कॉलेज में कदाचार के आरोप में कोढ़ा के एक छात्र को परीक्षा से निष्कासित किया गया। सुपौल में भी निर्मली के परीक्षा केंद्र से कदाचार के आरोप में एक छात्र को निष्कासित कर उससे जुर्माना वसूला गया। दूसरे दिन की परीक्षा में यहां 108 छात्र अनुपस्थित रहे।
मुंगेर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर 18 परीक्षार्थी परीक्षा से निष्कासित किए गए। यहां के तारापुर से 11 अभिभावकों को कदाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया। मुंगेर से सात, हवेली खड़गपुर से दो एवं तारापुर अनुमंडल से नौ परीक्षार्थी निष्कासित किए गए हैं। किशनगंज के 15 परीक्षा केंद्रों पर कुल 9,560 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। 174 विद्यार्थी परीक्षा से अनुपस्थित रहे।