ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

अन्ना ने किया जनतंत्र मोर्चा का एलान

अन्ना हजारे ने बुधवार को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आजादी की दूसरी लड़ाई का शंखनाद करते हुए जनतंत्र मोर्चा की घोषणा की। उन्होंने साफ किया कि यह मोर्चा चुनाव में नहीं उतरेगा, गैर राजनीतिक होगा और आम लोगों के हित में चलाए जा रहे आंदोलन को आगे बढ़ाएगा। अन्ना ने कहा कि लोगों को
जनप्रतिनिधियों को वापस बुलाने (राइट टू रीकॉल) का अधिकार मिलना चाहिये। सरकार केवल गिरने से ही डरती है। उन्होंने महात्मा गांधी के खून से सनी मिट्टी को साक्षी बना लोगों को देश के हित में काम करने की शपथ दिलाई। वे यहां जनतंत्र रैली को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मैं 120 करोड़ लोगों में से बस 6 करोड़ लोगों को संगठित करने की कोशिश में हूं। ऐसा हो गया, तो समझिये सबकुछ हो गया। मैं इसके लिए देश भर में घुमूंगा।
जनतंत्र मोर्चा के गठन की घोषणा करते हुए अन्ना ने कहा कि इसके माध्यम से आम लोगों की लड़ाई लड़ी जाएगी। यह राष्ट्रीय स्तर पर गठित होने वाला बड़ा संगठन होगा। उन्होंने लोगों से मोर्चे से जुड़ने का आह्वान किया। बोले-मोर्चा चुनाव में नहीं उतरेगा। युवाओं को परिवर्तन का वाहक बताते हुए अन्ना ने उनसे जीवन में आचरण की शुद्धता बनाए रखने की सलाह देते हुए कहा कि वे कभी अपने दामन पर दाग न लगने दें। उन्होंने कहा कि आज तक जो लड़ाई उन्होंने लड़ी और जीती वह केवल शुद्ध आचरण की वजह से ही संभव हो सकी है। चरित्र पर दाग नहीं है, इसलिए महाराष्ट्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई में चार सौ से ज्यादा अधिकारियों और छह मंत्रियों को वापस भेजा है। आप इससे बड़ा काम कर सकते हैं।
उन्होंने कहा-मेरे जैसे आप मंदिर में न रहें। लेकिन दामन पर दाग न लगने दें। कथनी और करनी में अंतर न रहने पर ही संघर्ष असर दिखाता है। अन्ना के अनुसार लोगों को जनप्रतिनिधियों को वापस बुलाने का अधिकार मिलना चाहिये। अभी लोकसभा और विधानसभाओं में आपराधिक छवि वाले लोग पहुंच रहे हैं। पार्टियां इन्हें टिकट देती है। जनता के पास विकल्प नहीं है। राइट टू रीकाल के माध्यम से सत्ता में बैठे लोग डरेंगे। सरकार केवल गिरने से ही डरती है।
रैली को संबोधित करते हुए जनरल वी.के. सिंह ने देश की हालात की व्यापक चर्चा करते हुए व्यवस्था परिवर्तन की दरकार बताई। उन्होंने जनतंत्र मोर्चा के घोषणा पत्र को भी पढ़ा।
किरण बेदी का कहना था कि यह अन्ना के आंदोलन की कामयाबी है कि अब केंद्र सरकार जन लोकपाल की व्यवस्था वाली बात करने लगी है। उनका लोगों से आह्वान रहा कि सभी मिलकर सरकार पर ऐसा दबाव बनाएं, ताकि बजट सत्र में जन लोकपाल आकार पा जाए। राजेंद्र सिंह के अनुसार अब देश में व्यवस्था परिवर्तन के बूते ही बेहतरी की आस है। इसमें सबको लगना होगा, देश के प्रत्येक नागरिक को इसे अपनी जिम्मेदारी माननी होगी। रैली को संतोष भारतीय तथा कई अन्य लोगों ने भी संबोधित किया।