बिहार
के एक डीआईजी के बाद अब भाजपा के विधायक ने सड़क बनाने वाली कंपनी से
रंगदारी मांगी है। पैसे नहीं देने पर सड़क बनाने का काम बंद कराने और
मशीनों को फूंक देने की धमकी दी है। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की
छानबीन शुरू कर दी है। ये विधायक हैं ललन कुमार। वह बेगूसराय जिले के
तेघड़ा विधानसभा से चुने गये हैं। प्राथमिकी के अनुसार नयी दिल्ली की कंपनी
जेकेएम इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड से सड़क बनाने के एवज में विधायक ने
रुपये पहुंचाने को कहा। कंपनी के इंजीनियर कुमार गौरव के बयान पर प्राथमिकी
दर्ज की गयी है।
पुलिस के अनुसार एनएच 28 पर मुजफ्फरपुर-बरौनी सड़क के दोहरीकरण का काम
कंपनी कर रही है। तेघड़ा के पास विधायक अपने बॉडीगार्ड के साथ मौके पर
पहुंचे और काम बंद करने का हुक्म दिया। यही नहीं, विधायक और उनके साथ
पहुंचे बॉडीगार्ड ने कंपनी के कारिंदों को भद्दी-भद्दी गालियां देनी शुरू
कर दी। वे मारपीट पर उतारू हो गये। एसपी क्षत्रनील सिंह के मुताबिक दर्ज
प्राथमिकी के आलोक में छानबीन की जा रही है। मालूम हो कि रविवार को ही
पुलिस ने सारण के डीआईजी आलोक कुमार की ओर से दस करोड़ की रंगदारी मांगने
का खुलासा किया था। कुमार ने यह रंगदारी एक शराब कारोबारी के मैनेजर से
मांगी थी।
जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई: भाजपा
भाजपा ने विधायक पर लगे आरोपों के बारे में कहा है कि पुलिस छानबीन की
रिपोर्ट आने के बाद आरोपी विधायक पर कार्रवाई होगी। पार्टी प्रवक्ता संजय
मयूख ने कहा कि पार्टी ऐसे मामलों में किसी प्रकार का समझौता नहीं कर
सकती।
रंगदारों की प्रतीक नीतीश सरकार
विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि
सत्ताधारी दल से जुड़े राजनीतिज्ञ जेल से रंगदारी मांगते हैं। सरकार के
डीआईजी 10 करोड़ की रगदारी मांगते हैं। सत्ताधारी दल से जुड़े कई
राजनीतिज्ञों पर रंगदारी मांगने के आरोप हैं। उन्होंने कहा कि जनता सरकारी
रंगदारों डरी-सहमी है। अब तो यहां की जनता का और इस राज्य का भगवान ही
मालिक है।