
मेरठ जोन के पांच जनपदों को हथियार सप्लाई होते हैं, जब नेटवर्क का खुलासा हुआ तो इसके तार सहारनपुर रेंज से जुड़े पाए गए। पुलिस भी हैरान है कि यह हथियार मेरठ जोन के पांच जनपदों में सप्लाई होने के बाद भी इस नेटवर्क का खुलासा नहीं कर पाई।
दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने सोमवार को सहारनपुर रेंज के मुजफ्फरनगर के मोहल्ला मोहम्मद्दीन सुजडू में में यहां के रहने वाले शमशाद उर्फ खुड्डा की निशानदेही पर नाइन एमएम के पांच पिस्टल बरामद किए। इसके बाद टीम ने सहारनपुर के नागल थाने के भाटखेड़ी गांव में यहां के निवासी सेठपाल को लेकर छापामारी की। उसके कब्जे से 32 एमएम के पिस्टल बरामद हुए। टीम के अफसरों की माने तो उन्होंने ऐसे गैंग का खुलासा किया है, जो बिहार के खडगरिया जनपद से हथियारों को दिल्ली, वेस्ट यूपी, और मुबंई तक सप्लाई कर रहे थे। इसमें बिहार के मुगेर निवासी आरिफ मुगेर और दिल्ली के बाबरपुर निवासी इलियास को गिरफ्तार किया गया। दोनों के कब्जे से नाइन एमएम की 11 पिस्टल बरामद की गई। क्राइम ब्रांच के अफसरों की माने तो इस गैंग में करीब आठ सौदागरों के नाम ओर सामने आए हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस की टीम लगी हुई है।
यूएसए का बताकर बेच रहे हथियार
सहारनपुर : बिहार के खगरिया स्थित फैक्ट्री में नाइन एमएम पिस्टल, 32 एमएम के पिस्टल और उससे भी बड़े हथियार बन रहे हैं। नाइन एमएम पिस्टल पर मेड इन यूएसए खुदा हुआ है। यूपी में इस पिस्टल को यूएसए का बताकर बेचा जा रहा है।
ऐसे होता है अवैध हथियारों का कारोबार
बिहार के खगरिया स्थित कारखाने से हथियारों की सप्लाई दिल्ली तक पहुंचती है। वहां कारखाने से इस पिस्टल की कीमत पांच हजार रुपये होती है। दिल्ली के हेड ऑफिस में पहुंचते ही इसकी कीमत दस हजार हो जाती है। इसके बाद वहां से वेस्ट यूपी के मेरठ, बागपत, बिजनौर, सहारनपुर और मुजफ्फरनगर में सौदागरों के पास 15 हजार में पहुंचता है। वहां से बिक्री के लिए इसकी कीमत दुगनी यानी तीस हजार तक हो जाती है। जिसे विदेश हथियार के नाम पर बेचा जाता है। बनावट और डिजाइन में कोई अंतर नहीं है। इस कारोबार से जुड़े लोग भी असली और नकली का धोखा खा जाते है।
एक करोड़ से ज्यादा का हो चुका है कारोबार
बिहार के अवैध हथियारों की बिक्री वेस्ट यूपी में एक करोड़ से ज्यादा हो चुकी है। मुजफ्फरनगर के शमशाद ने बताया कि करीब दस साल से इस कारोबार से जुड़ा हुआ है, पिछले वर्ष से हथियारों की बड़ी खेप यूपी में पहुंच रही है। यूपी में सपा सरकार के आने से अचानक ही हथियारों की डिमांड बढ़ गई है, जिससे यह धंधा उद्योग का रूप ले चुका है। वह यूपी ही नहीं दिल्ली और मुबंई तक इस पिस्टल की सप्लाई दे चुके हैं।
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बिहार के हथियारों की खरीद-फरोख्त के बड़े गैंग तक पुलिस पहुंच गई है, इसके बड़े तार वेस्ट यूपी से जुड़े हैं, सबसे ज्यादा हथियार वेस्ट यूपी के पांच जनपदों में सप्लाई किए गए हैं। सहारनपुर के सेठपाल और मुजफ्फरनगर के शमशाद, बिहार के आरिफ मुगेर और दिल्ली के इलियास ने इसका खुलासा किया है।
--शिव कुमार, इंस्पेक्टर क्राइम ब्रांच दिल्ली।
प्रस्तुति : सुशील कुमार, सहारनपुर :