मुख्य आरोपी बता रही है। वहीं, दरिंदगी का शिकार हुई मेडिकल की छात्रा अब भी अस्पताल में वेटिंलेटर पर है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। सभी आरोपी आरकेपुरम के झुग्गी में रहते हैं।
रेप
कैपिटल कही जानी वाली दिल्ली में चलती बस में गैंगरेप की वारदात ने
महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रविवार रात को दक्षिणी
दिल्ली के वसंत विहार इलाके में 23 साल की जिस मेडकिल छात्रा के साथ
चार्टर्ड बस में गैंगरेप किया गया फिलहाल वो अस्पताल में वेंटिलेटर पर है
और जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। पुलिस के मुताबिक बस में मौजूद छह
लोगों ने गैंगरेप के दौरान लड़की और उसके साथ मौजूद 27 साल के इंजीनियर
दोस्त को बुरी तरह पीटा था और फिर कपड़े उतारकर महिपालपुर के पास चलती बस
से फेंक दिया।
लड़की के दोस्त की मदद से पुलिस ने आरोपियों
के स्केच तैयार किए, जिसके बाद पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में कामयाब हुई।
इस मामले में अब तक जो लोग पकड़े गए हैं उनमें मामले का मुख्य आरोपी राम
सिंह और उसका भाई मुकेश शामिल है। जिस बस में गैंगरेप की वारदात हुई, वो बस
राम सिंह ही चलाता था। पुलिस के मुताबिक वारदात वाली रात राम सिंह के बजाय
उसका भाई बस चला रहा था, जबकि राम सिंह अपने दोस्तों के साथ शराब पी रहा
था। इसी दौरान अपने बॉयफ्रेंड के साथ फिल्म देखकर लौट रही पीड़ित लड़की बस
में चढ़ी थी। जहां उसके साथ गैंगरेप किया गया।
सोमवार
को दिल्ली पुलिस ने गाजियाबाद के खोड़ा इलाके में उस बस को भी ढूंढ निकाला
जिसमें जघन्य अपराध को अंजाम दिया गया। पुलिस के मुताबिक ये एक चार्टर्ड
बस है और दक्षिण दिल्ली के एक बड़े स्कूल के छात्रों को नोएडा से लाती ले
जाती है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल बस की फॉरेंसिंक जांच कराई है। बस
में खून के कुछ धब्बे भी मिले हैं। पीड़ित लड़की के दोस्त ने भी बस की
पहचान कर ली है।
वहीं,
इस मामले को लेकर जेएनयू के छात्र सड़कों पर उतर आए हैं। सोमवार को वसंत
विहार थाने के बाहर प्रदर्शन कर जेएनयू के छात्रों ने चेतावनी दी कि अगर
मंगलवार सुबह दस बजे तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वो दक्षिण
दिल्ली में चक्का जाम करेंगे।