सूत्रों के मुताबिक रसोई गैस के सिलेंडर के दाम बढ़ने की वजह सब्सिडी वाले सिलेंडर की संख्या 6 से 9 करना है। गुजरात चुनाव के बाद सब्सिडी वाले सिलेंडर की संख्या 6 से 9 होगी।
सिलेंडरों की संख्या 6 से 9 करने से सरकार पर 9,000 करोड़ रुपये का बोझ बढ़ेगा। लिहाजा 9,000 करोड़ रुपये का बोझ खत्म करने के लिए ही दाम बढ़ाने की तैयारी की जा रही है।
सूत्रों की मानें तो इसी हफ्ते कांग्रेस की कोर कमेटी में रसोई गैस सिलेंडर के दाम बढ़ाए जाने पर राजनीतिक फैसला लिए जाने की संभावना है। कांग्रेस कोर कमेटी में फैसला लेने के बाद रसोई गैस सिलेंडर के दाम बढ़ाए जाने पर अंतिम फैसला कैबिनेट में लिया जाएगा। आचार संहिता के कारण गुजरात चुनाव के बाद ही रसोई गैस सिलेंडर के दाम बढ़ाए जाने पर फैसला होगा।