डायन
के आरोप में 65 साल की नुनूदाय देवी का नाक तेज हथियार से काट दिया गया।
खगड़िया सदर अस्पताल में भर्ती नुनूदाय को दस टांके लगे हैं। यह घटना
खगड़िया जिले की है। इस सिलसिले में अब तक एक भी आरोपी को पकड़ा नहीं गया
है। पुलिस इसे आपसी मारपीट का मामला बता रही है।
घटना के बारे में बताया जाता है कि नुनूदाय बेलदौर थाने के केंजरा गांव की रहने वाली है। उसी गांव की
बिंदा देवी और उसके पांच बेटों ने डायन के आरोप में नुनूदाय पर हमला कर दिया। यह खगड़िया-सहरसा जिले की सीमा पर है। बिंदा देवी का आरोप है कि उसके चलते उसके बेटे और पोते की तबीयत खराब रहती है। पिछले साल बिंदा के पति सूर्य नारायण की मौत का ठिकरा भी नुनूदाय के माथे पर फोड़ दिया गया था। हालांकि सूर्य नारायण की मौत कैंसर से हुई थी।
बताया जाता है कि कुछ साल पहले ही नुनूदाय की गांव के दबंगों ने पेड़ में बांध कर पीटा था। उस वाकये के बाद नुनूदाय के बेटों ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार, राज्य महिला आयोग और स्थानीय पुलिस से दर्जनों बार शिकायत की। मगर किसी भी स्तर पर कोई सुनवायी नहीं हुई। नुनूदाय के पुत्र रंजीत ने बताया कि कहीं से हमें मदद नहीं मिली। रंजीत ने कहा कि उनके परिवार को डायन के नाम पर लंबे समय से प्रताड़ित किया जा रहा है।
नुनूदाय के बयान पर बिंदा देवी, उसके बेटों दिनेश, पिंटू, सिंटू, चरित्र और नागेश्वर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। हालांकि घटना के 36 घंटे से अधिक हो जाने के बावजूद अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। डीएसपी अशोक सिंह ने कहा कि यह मारपीट का आपसी मामला है।
घटना के बारे में बताया जाता है कि नुनूदाय बेलदौर थाने के केंजरा गांव की रहने वाली है। उसी गांव की
बिंदा देवी और उसके पांच बेटों ने डायन के आरोप में नुनूदाय पर हमला कर दिया। यह खगड़िया-सहरसा जिले की सीमा पर है। बिंदा देवी का आरोप है कि उसके चलते उसके बेटे और पोते की तबीयत खराब रहती है। पिछले साल बिंदा के पति सूर्य नारायण की मौत का ठिकरा भी नुनूदाय के माथे पर फोड़ दिया गया था। हालांकि सूर्य नारायण की मौत कैंसर से हुई थी।
बताया जाता है कि कुछ साल पहले ही नुनूदाय की गांव के दबंगों ने पेड़ में बांध कर पीटा था। उस वाकये के बाद नुनूदाय के बेटों ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार, राज्य महिला आयोग और स्थानीय पुलिस से दर्जनों बार शिकायत की। मगर किसी भी स्तर पर कोई सुनवायी नहीं हुई। नुनूदाय के पुत्र रंजीत ने बताया कि कहीं से हमें मदद नहीं मिली। रंजीत ने कहा कि उनके परिवार को डायन के नाम पर लंबे समय से प्रताड़ित किया जा रहा है।
नुनूदाय के बयान पर बिंदा देवी, उसके बेटों दिनेश, पिंटू, सिंटू, चरित्र और नागेश्वर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। हालांकि घटना के 36 घंटे से अधिक हो जाने के बावजूद अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। डीएसपी अशोक सिंह ने कहा कि यह मारपीट का आपसी मामला है।