मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकार यात्रा के दौरान सोमवार को
मुंगेर के परिसदन में विधि-व्यवस्था एवं
विकास कार्यो की समीक्षा की। बैठक में डीजीपी अभ्यानंद, विकास आयुक्त
पटना, मानव संसाधन विकास विभाग के प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा, आयुक्त एसएम
राजू, डीआइजी रवींद्र शंकरण, डीएम कुलदीप नारायण, एसपी पी कन्नन आदि
उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने लोक सेवा अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त
आवेदनों के त्वरित निष्पादन का निर्देश दिए। लोक सेवा अधिकार अधिनियम में
प्रखंड व अंचल कार्यालय में लाभुकों को दलालों के चुंगल से बचाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक सेवा का अधिकार अधिनियम के तहत
अस्वीकृत किए गए आवेदनों के मामले में विशेष सतर्कता बरतें।
मौके पर डीएम मुख्यमंत्री को विधि व्यवस्था, भूमि विवाद निराकरण, लोक सेवाओं का अधिकार, बिजली व्यवस्था, कृषि, लघु जल संसाधन, जल संसाधन, समाजिक एवं आर्थिक जनगणना आदि को लेकर किए गए प्रशासनिक प्रयासों की जानकारी दी। वहीं, जिला की नक्सल समस्या एवं विधि-व्यवस्था बनाए रखने को लेकर प्रशासनिक प्रयासों के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी। जहां मुख्यमंत्री ने समाजिक, आर्थिक एवं जाति जनगणना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। डीएम ने मुख्यमंत्री को बताया कि मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना एवं बीज ग्राम की एकीकृत योजना, श्री विधि, शंकर धान खेती में जिला ने शत प्रतिशत उपलब्धि हासिल की। जिला में 22 नलकूप कार्यरत हैं। जिससे 304 हेक्टेयर खेती की सिंचाई होती है। विभिन्न नहर योजना से खरीफ मौसम में 25 हजार 853 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसके विरुद्ध 18 हजार 286 हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। निर्धारित किया गया था जिसके विरुद्ध 18 हजार 286 हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
अस्वीकृत किए गए आवेदनों के मामले में विशेष सतर्कता बरतें।
मौके पर डीएम मुख्यमंत्री को विधि व्यवस्था, भूमि विवाद निराकरण, लोक सेवाओं का अधिकार, बिजली व्यवस्था, कृषि, लघु जल संसाधन, जल संसाधन, समाजिक एवं आर्थिक जनगणना आदि को लेकर किए गए प्रशासनिक प्रयासों की जानकारी दी। वहीं, जिला की नक्सल समस्या एवं विधि-व्यवस्था बनाए रखने को लेकर प्रशासनिक प्रयासों के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी। जहां मुख्यमंत्री ने समाजिक, आर्थिक एवं जाति जनगणना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। डीएम ने मुख्यमंत्री को बताया कि मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना एवं बीज ग्राम की एकीकृत योजना, श्री विधि, शंकर धान खेती में जिला ने शत प्रतिशत उपलब्धि हासिल की। जिला में 22 नलकूप कार्यरत हैं। जिससे 304 हेक्टेयर खेती की सिंचाई होती है। विभिन्न नहर योजना से खरीफ मौसम में 25 हजार 853 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसके विरुद्ध 18 हजार 286 हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। निर्धारित किया गया था जिसके विरुद्ध 18 हजार 286 हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।