जल संसाधन विभाग के मंत्री विजय कुमार चौधरी और प्रधान सचिव अफजल अमानुल्लाह के जाने के साथ ही कटाव निरोधी कार्य की रफ्तार सुस्त हो गयी। शुक्रवार को जल संसाधन विभाग के पदाधिकारियों और ठेकेदारों की कार्य के प्रति लापरवाही साफ दिख रही थी। गुरुवार को राघोपुर में मंत्री के निरीक्षण के दौरान जहां कार्य में सौ से ज्यादा मजदूर लगे थे वहीं शुक्रवार को कार्य स्थल पर 50 से भी कम मजदूर थे। गोपालपुर में मंत्री को दिखाने के लिए सात सौ मजदूर लगाये गये थे। यहां शुक्रवार को मजदूरों की संख्या घट कर दो सौ से भी कम रह गयी।
राघोपुर में जल संसाधन विभाग के कुछ पदाधिकारी मौके पर कैंप करते देखे गये, लेकिन कार्य के नाम पर स्थल पर सिर्फ नायलोन की रस्सी में बोरे ही दिये जा रहे थे। यहां पर देर शाम एक पोकलेन मशीन मंगवायी गयी थी। वहीं गोपालपुर में स्पर छह, पांच और चार पर कोई भी अधिकारी नहीं दिखे। इन स्परों पर मजदूर अपनी मरजी से काम कर रहे थे। देर शाम स्पर नंबर तीन पर जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता गिरिजानंदन सिंह पहुंचे। श्री सिंह ने कहा कि राघोपुर में कार्य कर रही ऐजेंसी के सइट हेड बाहर चले गये हैं। देर शाम नये साइट हेड स्थल पर आये हैं। इसलिए मजदूरों की संख्या कम थी। श्री सिंह ने कहा कि विभाग हर स्तर से विभित्र जगहों पर मुक्कमल कार्य करा कटाव को रोकने का प्रयास कर रहा है।