देर रात स्थल पर मुख्य अभियंता और अनुमंडल पदाधिकारी पहुंचे
जारी किया गया रेड अलर्ट
खरीक के गंगा तटीय इलाके में सौ करोड़ से बना काजीकोरैया राघोपुर बोल्डर पीचिंग बांध शुक्रवार की रात करीब एक किलोमीटर तक ध्वस्त हो गया। बांध ध्वस्त होते ही स्थानीय प्रशासन ने राघोपुर सहित आसपास के इलाके में रेड अलर्ट घोषित कर दिया है। मौके पर पहुंचे अनुमंडल पदाधिकारी सुशील कुमार ने आसपास के लोगों को घर खाली करने का निर्देश दिया है। जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता कैलू सरदार भी मौके पर पहुंच चुके थे।
जानकारी के अनुसार महज 10 मिनट में ही करीब 25 बीघा जमीन जलमग्न हो गया। वर्तमान में राघोपुर बांध के संपर्क पथ का भी बड़ी तेजी से कटाव हो रहा है। कटाव पीड़ितों को प्रशासन स्कूलों व अन्य ऊंचे स्थानों में रखने की कवायद कर रहा है।
कटाव का रुख राघोपुर के रिहायशी क्षेत्रों की तरफ है। देर रात तक राघोपुर गांव की स्थिति बड़ी भयावह बनी हुई थी। मिनट दर मिनट एक किलोमीटर के क्षेत्र में पांच से दस फीट कटाव हो रहा था। पूरे गांव में अफरा-तफरी की स्थिति थी। स्थानीय लोगों ने देर रात बताया कि गंगा का यह रूप उन लोगों ने पहले कभी नहीं देखा था। सभी हतप्रभ थे। बांध ध्वस्त होने से कई किसानों की फसल जलमग्न हो गयी है। विभाग के कार्यपालक अभियंता गिरिजानंदन प्रसाद सिंह ने कहा कि बड़ी तेजी से गंगा का रुख राघोपुर की ओर शिफ्ट हो रहा है। ऐसी स्थिति में फिलहाल जल संसाधन विभाग कुछ भी कर पाने में असर्मथ है, इसलिए स्थानीय प्रशासन को जान माल की जिम्मेदारी लेने की बात कही गयी है। अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि शनिवार की सुबह इस त्रासदी को रोकने के लिए कुछ ठोस उपाय किये जायेंगे।