बिहार कृषि विश्वविद्यालय में गुरुवार को आयोजित आम
प्रदर्शनी में शिरकत कर अपने बेहतर फलों के आधार पर नवगछिया को मिला बम्बईया आम के लिए प्रथम पुरस्कार । यह अलग बात है कि पुरस्कार प्राप्त करने वालों में तिलकपुर सुल्तानगंज के किसान अशोक कुमार चौधरी एवं पीरपैंती की जेवा परवीन अव्वल रही।
प्रतियोगिता में भागलपुर प्रमंडल के विभिन्न प्रखंडों से करीब 97 किसानों ने शिरकत किया था। इनमें दस को प्रथम, 15 को द्वितीय एवं दो को प्रोत्साहन पुरस्कार से नवाजा गया।
मैंगो मेन अशोक कुमार चौधरी को जर्दालू, मल्लिका, इरकीन एवं अम्रपाली के लिए प्रथम तथा आम की बेनीशान किस्म के लिए द्वितीय पुरस्कार से नवाजा गया। पीरपैंती की जेवा परवीन को अलफांसो एवं जर्दालू में प्रथम तथा हुस्नआरा में द्वितीय पुरस्कार मिले। इसके अतिरिक्त बम्बईया आम के लिए प्रथम पुरस्कार नवगछिया के मो. अमीर, कृष्णभोग के लिए कहलगांव के मो. इमरान, दशहरी के लिए सुल्तानगंज के वीरेन्द्र कुमार, मंझोला आकार के बीजू के लिए फतेहपुर के मो. मुमताज एवं लंगडा के लिए मोहनपुर के मो.साजन को पुरस्कृत किया गया। वहीं विभिन्न किस्मों में बेहतर रहे द्वितीय पुरस्कार प्राप्त करने वालों में आम्रपाली के लिए इमरान, चौसा के लिए रोशन कुमार, हेमसागर के लिए निरंजन मंडल, छोटा बीजू- सोनी कुमारी, बड़ा बीजू-खुशबू कुमारी, गुलाबखास एवं लंगड़ा के लिए हाजी मो. मशरुद, बनराज के लिए बांका के नूर आलम, बंगलोरा के लिए जुबेर आलम एवं सिपिया के लिए महेशी के अशोक पुरस्कृत किए गए। प्रोत्साहन पुरस्कार इब्राहिमपुर के मो. शाहिद को लंगड़ा एवं सबौर स्टेट की सुनीता सोहाने को अमावश किस्म के लिए दिया गया। पुरस्कार के लिए प्रतिभागियों के चयन की जिम्मेदारी जज डॉ. डीएन चौधरी एवं डॉ. यूपी सिंह को दी गई थी। प्रतिभागियों के बीच पुरस्कार का वितरण बिहार कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एम कुमार द्वारा किया गया। मौके पर पूरा प्रेक्षागृह किसानों एवं वैज्ञानिकों से खचाखच भरा हुआ था।

प्रतियोगिता में भागलपुर प्रमंडल के विभिन्न प्रखंडों से करीब 97 किसानों ने शिरकत किया था। इनमें दस को प्रथम, 15 को द्वितीय एवं दो को प्रोत्साहन पुरस्कार से नवाजा गया।
मैंगो मेन अशोक कुमार चौधरी को जर्दालू, मल्लिका, इरकीन एवं अम्रपाली के लिए प्रथम तथा आम की बेनीशान किस्म के लिए द्वितीय पुरस्कार से नवाजा गया। पीरपैंती की जेवा परवीन को अलफांसो एवं जर्दालू में प्रथम तथा हुस्नआरा में द्वितीय पुरस्कार मिले। इसके अतिरिक्त बम्बईया आम के लिए प्रथम पुरस्कार नवगछिया के मो. अमीर, कृष्णभोग के लिए कहलगांव के मो. इमरान, दशहरी के लिए सुल्तानगंज के वीरेन्द्र कुमार, मंझोला आकार के बीजू के लिए फतेहपुर के मो. मुमताज एवं लंगडा के लिए मोहनपुर के मो.साजन को पुरस्कृत किया गया। वहीं विभिन्न किस्मों में बेहतर रहे द्वितीय पुरस्कार प्राप्त करने वालों में आम्रपाली के लिए इमरान, चौसा के लिए रोशन कुमार, हेमसागर के लिए निरंजन मंडल, छोटा बीजू- सोनी कुमारी, बड़ा बीजू-खुशबू कुमारी, गुलाबखास एवं लंगड़ा के लिए हाजी मो. मशरुद, बनराज के लिए बांका के नूर आलम, बंगलोरा के लिए जुबेर आलम एवं सिपिया के लिए महेशी के अशोक पुरस्कृत किए गए। प्रोत्साहन पुरस्कार इब्राहिमपुर के मो. शाहिद को लंगड़ा एवं सबौर स्टेट की सुनीता सोहाने को अमावश किस्म के लिए दिया गया। पुरस्कार के लिए प्रतिभागियों के चयन की जिम्मेदारी जज डॉ. डीएन चौधरी एवं डॉ. यूपी सिंह को दी गई थी। प्रतिभागियों के बीच पुरस्कार का वितरण बिहार कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एम कुमार द्वारा किया गया। मौके पर पूरा प्रेक्षागृह किसानों एवं वैज्ञानिकों से खचाखच भरा हुआ था।